Uncategorized

अमेरिका ने कहा- कश्मीर मसले पर हमारी नीति में बदलाव नहीं; यूएन महासचिव बोले- भारत-पाक संयम बरतें



न्यूयॉर्क.अमेरिका ने गुरुवार को दोहराया कि कश्मीर को लेकर उसकी नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वह भारत और पाकिस्तान के साथ मुद्दों को सुलझाने पर करीब से नजर रख रहा है। अमेरिका ने कहा कि कश्मीर मुद्दे को बिना किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रूप से हल किया जाना चाहिए। इसी बीचसंयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी गुरुवार को भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने को कहा। साथ ही दोनों देशों को जम्मू-कश्मीर की स्थिति को प्रभावित करने वाले कदम उठाने से बचने की अपील की।

विदेश विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के साथ हमारा बहुत जुड़ाव है। प्रधानमंत्री खान यहां आए थे। उनसे कश्मीर के साथ कई अहम मुद्दों पर बात हुई। हमारे पास कई ऐसे मुद्दें हैं जिनपर भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर हम काम कर रहे हैं।हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करने की बात कही थी, हालांकि भारत ने इससे इनकार कर दिया।

दोनों देशों को संयम बरतना चाहिए- गुटेरेस

गुटेरेस ने शिमला समझौते का जिक्र करते हुएकहा कि इस मुद्दे पर कोईभी तीसरापक्ष मध्यस्थता नहीं कर सकता।उनके प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा कि महासचिव जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने दोनों देशों को शांति बनाए रखने कोकहा है। महासचिव ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए 1972 के शिमला समझौते के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अनुसार, जम्मू-कश्मीर को लेकर कोई भी फैसला शांतिपूर्ण तरीकों से ही किया जानाहै।

भारत सरकार ने सोमवार को अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी कर दिया था। साथ ही लद्दाख और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को एकतरफा और अवैधकरार दिया था। साथ ही मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में ले जाने की बात कही थी।

पाक विदेश मंत्री चीन रवाना हुए

दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शुक्रवार सुबह चीन के लिए रवाना हो गए। कुरैशी अपने चीनी समकक्ष वांग यी और अन्य नेताओं से मिलेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान कश्मीर मुद्दे पर चर्चाहो सकतीहै।विदेश सचिव सोहेल भी उनके साथ गए हैं।

इमरान ने अंतरराष्ट्रीय समूदाय से समर्थन मांगा

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के इस फैसले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन मांगाथा। उन्होंने कहा था कि कश्मीरियों के खिलाफ अधिक से अधिक सैन्य बल का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। कश्मीर में कर्फ्यू हटाए जाने के बाद कश्मीरियों के साथ क्या होगा, यह देखने के लिए पूरी दुनिया इंतजार कर रही है।भाजपा सरकार कश्मीरियों के खिलाफसैन्य बल का इस्तेमाल करके सोचती है कि उनके स्वतंत्रता आंदोलन को रोक देगा। घाटी में भय का माहौल है।

पाक ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों में कटौती का फैसला किया

पाक ने कहा कि वह भारत के अनुच्छेद 370 पर लिए गए फैसले के खिलाफ हर संभव कोशिश करेगा। पाकिस्तान ने बुधवार को भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को खत्म करने और राजनयिक संबंधों में कटौती करने का फैसला किया था। भारत ने गुरुवार को पाक से अपने फैसले की एक बार फिर समीक्षा करने की बात कही थी।

हालांकि, चीन ने भारत के इस कदम का विरोध किया था। चीन ने कहा थाकि भारत ने हमारी क्षेत्रिय संप्रभुता को कम आंका है। इसके बाद भारत ने चीन के बयान परकहा था कि यह हमारा आंतरिक मामला है।

DBApp

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


UN chief invokes Shimla Agreement, calls for ‘maximum restraint’ on Kashmir


UN chief invokes Shimla Agreement, calls for ‘maximum restraint’ on Kashmir

Source: bhaskar international story

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *