आतंक फैलाने के आरोप में ऐसे टॉर्चर किए जा रहे हैं तमिल, दूसरे देशों में ढूंढ रहे हैं बसेरा

श्रीलंका में गृहयुद्ध को खत्म हुए करीब 8 साल हो चुके हैं। अपने लिए अलग आजाद राज्य की मांग करने वाले तमिल और सिंहला सरकार के बीच करीब 26 सालों तक चली खूनी जंग में कई हजारों जानें चलीं गई। युद्ध में सुसाइड बॉम्बर्स से सैकड़ों लोगों को मरवाने वाले लिट्टे को श्रीलंका सरकार ने आतंकी संगठन तक घोषित कर दिया था। हालांकि, खुद देश की सरकार पर आम तमिल नागिरकों को निशाना बनाने के आरोप लगते रहे हैं। हाल ही में एक न्यूज एजेंसी ने श्रीलंका में रहने वाले तमिलों के हालात की जानने के लिए जांच बैठाई। जांच में करीब 50 से ज्यादा तमिल आदमियों ने अपने साथ रेप और टॉर्चर जैसी घटनाओं की बात बताई। ज्यादातर लोगों ने आरोप लगाए कि सरकार उन्हें तमिल टाईगर्स का मेंबर बता कर कई सालों से टॉर्चर कर रही है। इतना ही नहीं कुछ लोगों ने तो ऐसे हालात से बचने के लिए खुद को मारने की कोशिश भी की है।

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Source: bhaskar international story