जर्मनी की चांसलर ने कहा- अमेजन की आग अंतरराष्ट्रीय मुद्दा, जी-7 में आपातकालीन चर्चा हो
ब्रासिलिया.अमेजन में लगी आग को फ्रांस में होने जा रहे जी-7 समिट में आपातकालीन मुद्दे के तौर पर उठाने की मांग होने लगी है।जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यह मांग उठाई है। मर्केल ने कहाकि यह एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है जिस पर जी-7 सम्मेलन में चर्चा की ही जानी चाहिए।
उन्होंने कहा है कि गंभीर आपातकालीन मुद्दे हमारे एजेंडे में शामिल है और इसलिए अमेजन मुद्दे पर चर्चा की जानी चाहिए। इससे पूर्व मैक्राें ने भी कुछ इसी तरह की बात की थी और ट्विटर पर इसका उल्लेख करते हुए लिखा था कि हमारा घर जल रहा है। जर्मनी और फ्रांस के नेताओं का कहना है कि पिछले कुछ समय में अमेजन में अब तक सबसे ज्यादा आग लगने की घटना सामने आई है इसलिए एक अंतरराष्ट्रीयमुद्दा माना जाना चाहिए।
ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो की नीतियों पर उठ रहे हैं सवाल
1. आग के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति बाेल्सोनारो की नीतियों को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ताओं द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि बोल्सोनारो ने ही अमेजन में अवैध ढंग से पेड़ों को काटने की अनुमति दी है जिसके कारण यह स्थिति पैदा हुई है।
2. पयार्वरण संरक्षण के लिए कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं के अनुसार बोल्सोनारो ने ही किसानों और लकड़ी काटने वालों को अमेजन में जंगल साफ करने की अनुमति दी जिसके कारण जंगल में सूखे लकड़ियों का ढेर बढ़ा और आग लगने पर तेजी से फैल गई।
3. बोल्सोनारो पर यह भी आरोप है कि उसने गैर सरकारी संगठनों को अमेजन रेनफॉरेस्ट में प्रवेश करने का अधिकार देने के साथ ही जंगल में लगने वाली आग को बुझाने का अधिकार दिया। पर्यावरण संरक्षणकर्ताओं का एक वर्ग गैर सरकारी संगठनों पर ही जंगल में आग लगाने का आरोप लगा रहे हैं। बोल्सोनारो ने भी यह संदेह प्रकट किया था लेकिन कहा था कि उनके पास इसका कोई साक्ष्य नहीं है। कुछ अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भी यह आरोप लगाया है।
4.बोल्सोनारो का कहना है कि फ्रांस के राष्ट्रपति राजनीतिक फायदे के लिए अमेजन में आग के मुद्दे को जी-7 में उठाने की बात कर रहे हैं। बोलसोनारो के अनुसार जी-7 देशों में ब्राजील शामिल नहीं है ऐसे में अमेजन से संबंधित मुद्दा आगामी जी-7 सम्मेलन में उठाना एक गलत औपनिवेशिक विचारधारा है। उन्होंने इस आग के कारण के लिए अपनी नीतियों के जिम्मेदार होने के आरोपों पर भी अपना बचाव किया था।
5. अमेजन में आग लगने के बाद बोलसोनारो ने जो प्रतिक्रिया दी थी उसको लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें निशाने पर लिया जला रहा है। बोल्सोनारो ने कहा था कि आग को बुझाने के लिए ब्राजील के पास संसाधन नहीं है और उन्होंने अरबपतियों से इसमें मदद के लिए आगे आने की अपील की थी।
6. यह जानकारी भी सामने आ रही है कि बोल्सोनारो ने अपनी कैंपेनिंग के दौरान अमेजन रेनफॉरेस्ट को नुकसान पहुंचाने पर लगाए जाने वाले जुर्माना कम करने का वादा किया था। इस प्रकार के आरोप भी लग रहे हैं कि बोल्सोनारो ने यह भी कहा था कि ब्राजील अमेजन रेनफॉरेस्ट के संरक्षण के लिए हुए वर्ष 2015 के पेरिस समझौते को भी समाप्त कर सकता है।
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Source: bhaskar international story