जिंदा रहने तक किए जाते थे शरीर के टुकड़े, मौत की सजा देने के क्रूर तरीके
इंटरनेशनल डेस्क. टॉर्चर के तरीके हजारों साल से चले आ रहे हैं। दुनिया के सिविलाइज्ड देशों में भी मौत की सजा के लिए एक से बढ़कर एक खतरनाक तरीके इस्तेमाल होते थे। जहां क्यूबा में कैदियों को दीवार के आगे एक लाइन में खड़ा करके गोली मार दी जाती थी। वहीं, चीन में क्रिमिनल्स के सिर कलम कर उन्हें बीच चौक में छोड़ दिया जाता था। चीन में इसके अलावा अलग-अलग शासकों के दौर अलग-अलग सजाएं थी। मिंग और किंग डायनेस्टी ने जिंदा कैदी के तब तक टुकड़े किए जाते थे जब तक की उसकी मौत नहीं हो जाती। यहां हम 1800 से 1900 से दौर में क्रूर मौत के तरीकों को फोटोज के जरिए दिखा रहे हैं। अब भी इन देशों में दी जा रही मौत… – ये तस्वीरें उस क्रूर दौर की दर्दनाक यादें ताजा करती हैं, जब तकरीबन दुनिया के सभी देशों में मौत की सजा का सिलसिला जारी था। – 21वीं सदी में कई ऐसे देशों ने मौत की सजा पर पाबन्दी लगा दी, जहां सबसे ज्यादा मौत की सजा दी जाती थी। – यूके में मौत की सजा पर तब रोक लग गई, जब 1965 में द मर्डर एक्ट लागू हुआ। हालांकि नॉर्दर्न आयरलैंड में 1973 तक मर्डर के डेथ पेनाल्टी जारी रही। – चीन, ईरान , नॉर्थ…
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Source: bhaskar international story