ट्रेनर ने जर्मन शेफर्ड कुत्ते को किस किया, बैक्टीरिया इंफेक्शन से हाथ-पैर गंवा बैठी
ओहियो.ट्रॉपिकल जंगलों में पति के साथ छुटि्टयां मनाने गई ओहियो की डॉग ट्रेनरमैरी अचानक बेहोश हो गई। पति मैथ्यू ने ओहिया के कैंटन स्थित ऑल्टमैन हॉस्पिटल को फोन कर आपातकालीनमदद मांगी। मैरी को तुरंत आईसीयू में भर्ती कराया गया। 9 दिन बाद होश आया तो मैरी अपने हाथ-पैर गंवा चुकी थी। मैरी को जर्मन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते से इंफेक्शन हो गया था। वह बैक्टीरिया कैपनोसाइटोफैगा कैनीमोरस (कुत्तों और बिल्लियों में पाया जाने वाला जीवाणु) से संक्रमित थी।
यह वायरस मैरी को अपने कुत्ते को किस करने से लगा था।मैरी को अस्पताल में 11 मई को भर्ती कराया गया था।वह 9 दिन लगातार बेहोश रहीं। इस दौरान डॉक्टरों ने उनके 8 मेजर ऑपरेशन किए। डॉक्टर्स का कहना था कि मरीज की जान बचाने के लिए हमे उसके हाथ पैर काटने पड़े।
संक्रमित बीमारियों के एक्सपर्ट और डॉक्टरडॉ. मार्गरेट कोब के मुताबिक, मैरी को दुर्लभबीमारी थी। अस्पताल आने से पहले वह बेहोश थी। उसे आईसीयू में 9 दिन रखना पड़ा। उसकी त्वचा तेजी से रंग बदल रही थी। त्वचा पहले बैगनी होती और फिर लाल होकर वहां गैंगरीन हो जाताथा।इसके बाद वहां खून के थक्के बनने लगते थे।
इस बीमारी को समझना काफी कठिन रहा। हमपूरे शरीर को डायग्नोस करते रहे जब तक कि बीमारी की पहचान नहीं हुई। इस दौरान तेजी से संक्रमण फैलाजोमैरी के हाथ-पैर और नाक और कान तक पहुंच गया था। हालांकि, मैरी का चेहरा बच गया, लेकिन उसके हाथ-पैर नहीं बच सके। ब्लड रिपोर्ट से तय हुआ किबीमारी कुत्ते से फैली है।
मैरी के सौतेली बेटी गिना ने कहा, यह हमारे लिए बहुत मुश्किल घड़ी है, कहने में कितना दुख होता है कि वह कुछ दिन पहले छुट्टी पर थी और अब हम सबके बीच बिना हाथ और पैर के मात्र जीवित है।
पति मैथ्यू ने कहा, 11 मई को हम छुटि्टयों पर निकले थे। वहां संक्रमण शुरू हुआ। हमे लगा जंगल में कोई इंफेक्शन हो गया। पर यह डॉग किस के कारण हुआ था। हमारे दोस्तों ने हमें आर्थिक मदद दी। उनकी 14 लाख (20 हजार डॉलर) रुपए की सहायता से मैरी की जान बच गई।
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Source: bhaskar international story