डेनमार्क की प्रधानमंत्री ने अमेरिका को ग्रीनलैंड बेचने की मांग ठुकराई, ट्रम्प ने उनके साथ बैठक टाली
वॉशिंगटन.अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को ऐलान किया कि वे डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन के साथ बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। दरअसल, ट्रम्प ग्रीनलैंड खरीदने के लिए मेट से बातचीत करना चाहते थे। लेकिन मेट ने ट्रम्प से कह दिया कि उन्हें ग्रीनलैंड बेचने पर कोई बात नहीं करनी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि वे दो हफ्ते बाद होने वाली मीटिंग को किसी अन्य दिन के लिए टाल रहे हैं।
ट्रम्प ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री मेट ने ग्रीनलैंड के मामले पर सीधे बात कर अमेरिका और डेनमार्क दोनों का समय और कोशिशें बचा लीं। मैं इसके लिए उनका शुक्रिया अदा करता हूं।”
ट्रम्प ने व्हाइट हाउससलाहकारों से चर्चाकी थी
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने खुलासा किया था कि डोनाल्ड ट्रम्प ग्रीनलैंड को खरीदना चाहते हैं। वे इसको लेकर गंभीर हैं और उन्होंने इस संबंध में व्हाइट हाउस के सलाहकारों से राय ली है। सितंबर में ट्रम्प कोपेनहेगन (डेनमार्क) की यात्रा पर जाने वाले थे। वे प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन के साथ ग्रीनलैंड बेचने पर बात करना चाहते थे, क्योंकि ग्रीनलैंड डेनमार्क के अधिकार क्षेत्र में आता है।
ट्रम्प ने भी रविवार को इन अटकलों को सही ठहराते हुए कहा था कि वे ग्रीनलैंड को खरीदने में रुचि रखते हैं। उन्होंने इस सिलसिले में डेनमार्क से चर्चा शुरू करने की बात भी कही थी। हालांकि, इसे अपने प्रशासन की प्राथमिकता बताने से इनकार किया था।
ग्रीनलैंड ने कहा था- हमारा द्वीप व्यापार के लिए खुला, लेकिन बिकाऊ नहीं
ग्रीनलैंड ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से कहा था कि द्वीप व्यापार करने के लिए खुला है, लेकिन यह बिकाऊ नहीं है। ग्रीनलैंड के प्रीमियर किम कीलसेन ने साफ किया, “हमारा द्वीप अमेरिका समेत किसी भी देश से कारोबार और सहयोग के लिए खुला हुआ है। द्वीप किसी भी तरह से बेचा नहीं जाएगा।”
ग्रीनलैंड में 57 हजार लोग रहते हैं
ग्रीनलैंड डेनमार्क का एक स्वायत्त क्षेत्र है। करीब आठ लाख 11 हजार वर्ग मील (करीब 28 हजार वर्ग किमी) में फैला हुआ ग्रीनलैंड एक विशालकाय द्वीप है। ग्रीनलैंड का 85% भाग 1.9 मील मोटी (3 किमी) बर्फ की चादर से ढका है। इसमें दुनिया का 10% ताजा पानी है। यहां लगभग 57,000 लोग रहते हैं। यह उत्तर अटलांटिक और आर्कटिक महासागर के बीच में है। ग्रीनलैंड जलवायु परिवर्तन के संकट से जूझ रहा है। जुलाई में यहां बड़ी मात्रा में बर्फ पिघली थी। करीब 12 बिलियन टन बर्फ समुद्र में बह गई।
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Source: bhaskar international story