यहां अब भी पिया जाता है हिरण के सींग का खून, ये है वजह

कजाखस्तान के नॉर्दन एरिया सोवियत यूनियन (अब रूस) के समय में न्यूक्लियर टेस्ट करने की जगह थी। यहां 1950 से 1980 के दशक तक करीब 400 न्यूक्लियर बमों का टेस्ट किया गया, जिससे समूचा इलाका रेडिएशन की चपेट में आ गया। इतना ही नहीं, यहां रेडिएशन का असर अब तक यानी की करीब 40 साल बाद भी है।

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Source: bhaskar international story

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