सांसद बोलीं- जेलों में योग करवाने से कैदी समलैंगिक हो सकते हैं, झगड़ने की प्रवृत्ति बढ़ेगी
मॉस्को. दुनिया के कईदेशों ने भारतीय योग को मान्यता दी है। 21 जून को विश्व योग दिवस भी मनाया जाता है। इससे उलट रूस की एक रूढ़िवादी सांसद इलीना मिजुलीना का कहना है कि जेलों में योग करवाने से कैदियों के समलैंगिक होने का खतरा है। साथ ही इससे उनमें झगड़ने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है।
मॉस्कोव्स्की कॉम्सोमोलेट्स अखबार के मुताबिक- मॉस्को की कुछ जेला में पिछले साल योग क्लासेस शुरू की गई थीं। इसके काफी सकारात्मक परिणाम मिले। अफसरों ने भी इसे सराहा। हालांकि, सांसदइलीना ने योग क्लासेस के खिलाफप्रॉसिक्यूटर जनरल के ऑफिस में शिकायत कर दी
अखबार के मुताबिक- इलीना की शिकायत के बाद कुछ योग आसनों पर विशेषज्ञों की राय भी ली गई। अमेरिका से पढ़े इतिहासकार और ऑर्थोडॉक्स थियोलॉजी के जानकार अलेक्जेंडर द्वोर्किन के मुताबिक- योग करने से कोई भी व्यक्ति समलैंगिक नहीं हो सकता।
अखबार के मुताबिक- इलीना की शिकायत के लिए एक विशेषज्ञ की राय का हवाला दिया कि कुछ योग व्यायाम कैदियों के बीच यौनेच्छा के अनियंत्रित प्रवाह और परिणामस्वरूप समलैंगिक संबंधों को जन्म दे सकते हैं। अमेरिका में पढ़े-लिखे इतिहासकार और रूढ़िवादी धर्मशास्त्री अलेक्जेंडर द्वोर्किन ने अनुमान लगाया कि आदतन अपराधी योग करने वालों पर समलैंगिक होने का संदेह करते हैं और उनके (योग करने वालों से) हाथ से खाना लेने से इंकार कर देंगे। इसके चलते विरोध में दंगा भड़क सकता है।
द्वोर्किन की रिपोर्ट लीक हो गई। इसकी काफी आलोचना हो रही है। जेलों में योग क्लासेस की जिम्मेदार संस्था एफएसआईएन के उपप्रमुख वैलेरी मेक्सीमेंको के मुताबिक- हमारे शोध से पता चलता है कि योग करने वाले व्यक्ति को शारीरिक परेशानियों का सामना कम करना पड़ता है। योग क्लासेस फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाई जा रही हैं। जल्दही बाकी जेलों में भी इसे शुरू किया जाएगा।
रूस की राजनीति में इलीना एक विवादास्पद चेहरा हैं। वे बेहद रूढ़िवादी हैं और कई प्रगतिशील योजनाओं का विरोध करती हैं। उन्होंने गर्भपात कराने के अधिकार को खत्म करने का सुझाव दिया था। साथ ही तलाक लेने वालों पर टैक्स लगाने की बात भी कही थी।
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Source: bhaskar international story