Uncategorized

इमरान के सलाहकार की घोषणा से एडीबी नाराज, कहा- अभी लोन फाइनल नहीं



इस्लामाबाद. पाक सरकार और एशियन डेवलपमेंट बैंक के बीच 3.4 अरब डॉलर के लोन को लेकर चल रही बातचीत खटाई में पड़ती दिख रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान के वित्तीय सलाहकार अब्दुल हफीज शेख की उस घोषणा से बैंक खासा नाराज हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि लोन फाइनल हो गया है। बैंक का कहना है कि अभी इस मामले में अंतिम निर्णय होना बाकी है।

बैंक कोअवकाश के दिन वक्तव्य जारी करना पड़ा

हफीज शेख की घोषणा से बैंक की नाराजगी का आलम यह है कि अवकाश के दिन उसने बयान जारी किया। हालांकि, एडीबी ने पाक के साथ लोन को लेकर चल रही वार्ता की पुष्टि की है, लेकिन उसका कहना है कि लोन पर अंतिम निर्णय बैंक के प्रबंधन और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को करना है। एडीबी के कंट्री डायरेक्टर फॉर पाकिस्तान झिहोंग यांग का कहना है कि लोन जारी करने से पहले पाक सरकार की नीतियों और आर्थिक स्थित का आकलन किया जा रहा है।

उनका कहना है कि बैंक कर्ज के बोझ तले दबे पाक की मदद कर सकता है। उसकी कोशिश रहेगी कि संस्थागत सुधार करके पाक की अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लौटाया जा सके। हालांकि, नाराजगी जताने के साथ उन्होंने यह भी कहा कि पाक सरकार के साथ इस मामले में चल रही बातचीत को लेकर बैंक संतुष्ट है। हफीज शेख ने एक दिन पहले कहा था कि एडीबी 2.1 अरब डॉलर का लोन एक साल के भीतर जारी कर देगा।

सूत्रों का कहना है कि एडीबी इस बात से नाराज है कि अभी तक यह मामला बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के पास गया भी नहीं है और पाक सरकार ने लोन फाइनल होने की घोषणा कर दी। जो प्रतिनिधिमंडल हफीज शेख से बातचीत कर रहा है, उसके पास अथॉरिटी नहीं है कि वह अपने स्तर पर लोन फाइनल कर सके।

पाक को बेल आउट पैकेज दे रहा है आईएमएफ
आईएमएफ (इंटरनेशनल मोनेटरी फंड) पाक सरकार को 39 माह के लिए बेल आउट पैकेज दे रहा है। पिछले महीने छह अरब डॉलर के पैकेज को आईएमएफ ने मंजूरी भी दे दी थी। हालांकि, अमेरिकी सांसद पाक को बेल आउट पैकेज जारी करने के पक्ष में नहीं हैं। कुछ सांसदों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से कहा था कि वे पाक को मदद जारी न होने दें। उनका तर्क है कि पाक इस रकम का इस्तेमाल चीन से मिले कर्ज को चुकाने में करेगा।

चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरीडोर (सीपीईसी) के जरिए चीन 60 अरब डॉलर का निवेश पाक में कर रहा है। यह प्रोजेक्ट 2015 में लॉन्च हुआ था। अमेरिका ने पिछले दिनों आईएमएफ को चेतावनी देते हुए कहा था कि बेलआउट पैकेज का इस्तेमाल चीनी कर्ज को चुकाने के लिए नहीं होना चाहिए। उसका कहना था कि वह सारे मामले पर नजर रखे हुए है।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


प्रतीकात्मक फोटो

Source: bhaskar international story

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *