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इस साल 43 देशों में चुनाव: सैन मरीनो ऐसा देश, जहां हर छह महीने में दो राष्ट्राध्यक्ष चुने जाते हैं



नई दिल्ली. इस साल भारत समेत दुनिया के 43 देशों में आम चुनाव हैं। मतदाताओं की संख्या के लिहाज से भारत दुनिया में नंबर-1 है। यहां 90 करोड़ मतदाता हैं। वहीं, इंडोनेशिया में भी इस साल अप्रैल में चुनाव होंगे। वहां मतदाताओं की संख्या 19 करोड़ है। अफ्रीकी देश नाइजीरिया में इस साल 8.4 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। नाइजीरिया में जितने कुल वोटर हैं, भारत ने उतने नए मतदाता पिछले 5 साल में जोड़े हैं। वहीं, इटली के पास स्थित सैन मरीनो ऐसा देश है जहां हर छह महीने में चुनाव होते हैं और दो राष्ट्राध्यक्ष चुने जाते हैं। सैन मरीनो में यह व्यवस्था 776 साल से चली आ रही है।

चुनावों के तरीके
अलग-अलग देशों में मतदाता तीन तरह से अपने नेता का चुनाव करते हैं-

  • पहला : राष्ट्रपति का चुनाव, जहां लोग सीधे राष्ट्राध्यक्ष या राष्ट्रपति चुनते हैं।
  • दूसरा : संसदीय प्रणाली, जिसमें लोगों द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधि शासनाध्यक्ष या प्रधानमंत्री का चुनाव करते हैं। भारत में यही प्रणाली है।
  • तीसरा : जिसमें राष्ट्राध्यक्ष के साथ-साथ राज्य के प्रतिनिधियों का भी चुनाव होता है।

2019 में इन प्रमुख देशों में चुनाव

  • मार्च : स्लोवाकिया, थाइलैंड, यूक्रेन, नाइजीरिया
  • अप्रैल : भारत, इजराइल, फिनलैंड, इंडोनेशिया, अलजीरिया, स्पेन, उत्तर मेसेडोनिया, माली
  • मई : भारत, ऑस्ट्रेलिया, पनामा, दक्षिण अफ्रीका, लिथुआनिया, फिलिपींस, मलावी, बेल्जियम, नीदरलैंड, चाड
  • जून : लीबिया, ग्वाटेमाला, डेनमार्क, लातविया
  • जुलाई : गयाना, नाउरू, अफगानिस्तान
  • अक्टूबर : बोत्सवाना, कनाडा, उरुग्वे, पुर्तगाल, मोजांबिक, ग्रीस, स्विट्जरलैंड, अर्जेंटीना, बोलीविया
  • नवंबर : मार्शल आइलैंड, नामीबिया
  • दिसंबर : क्रोएशिया, डोमिनिका, रोमानिया, ट्यूनीशिया

कहां किस आयु में मतदान का अधिकार
दुनिया के 90% देशों में मतदान की आयु 18 वर्ष है। हालांकि, सात ऐसे देश हैं जहां नागरिक 16 वर्ष की आयु होने पर मतदान कर सकते हैं। पांच ऐसे देश हैं जहां मताधिकार 21 वर्ष की उम्र के बाद मिलता है।

किस उम्र पर मताधिकारदेश
16 वर्षअर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, क्यूबा, इक्वाडोर, माल्टा, निकारागुआ
17 वर्षइथोपिया, इंडोनेशिया, दक्षिण सूडान, तिमोर-लेस्ट
19 वर्षदक्षिण कोरिया
20 वर्षकैमरून, नाउरू
21 वर्ष21 वर्ष

18 वर्ष की उम्र पूरी होने पर इन देशों में मताधिकार
भारत, अफगानिस्तान, अल्बानिया, अलजीरिया, अंगोला, एंटीगुआ, अर्मेनिया, ऑस्ट्रेलिया, अजरबैजान, बहामास, बांग्लादेश, बारबाडोस, बेलारूस, बेल्जियम, बोलीविया, बोस्निया और हर्जेगोविना, बोत्सवाना, बुल्गारिया, बुरुंडी, कंबोडिया, कनाडा, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड, चिली, कोलंबिया, कोस्टारिका, क्रोएशिया, साइप्रस, चेक गणराज्य, डेमनार्क, जिबूती, डोमिनिका, डोमिनिकन गणराज्य, इजिप्ट, अल सल्वाडोर, एस्टोनिया, फिजी, फिनलैंड, फ्रांस, गबोन, जार्जिया, जर्मनी, घाना, ग्रीस, ग्वाटेमाला, गुआना, हैती, होंडुरास।

हंगरी, आइसलैंड, ईरान, इराक, आयरलैंड, इजराइल, इटली, जमैका, जापान, जार्डन, कजाकस्तान, केन्या, कोसोवो, किर्गीस्तान, लाओस, लातविया, लिबेरिया, लीबिया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, उत्तरी मेसेडोनिया, मैडागास्कर, मलावी, मालदीव, माली, मार्शल द्वीपसमूह, मॉरिशस, मैक्सिको, मालदोवा, मंगोलिया, मोरक्को, मोजांबिक, म्यांमार, नामीबिया, नेपाल, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नाइगर, नाइजीरिया, नॉर्वे, पाकिस्तान, फिलिपींस, पनामा, पापुआ न्यू गिनी, पराग्वे, पेरू, फिलिस्तीन, पोलैंड, पुर्तगाल।

कांगो गणराज्य, रोमानिया, रूस, रवांडा, सैन मरीनो, सेनेगल, सर्बिया, सेशल्स, सिएरालोन, स्लोवाकिया, स्लोवानिया, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, श्रीलंका, सेंट लूसिया, सूडान, सूरीनाम, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, सीरिया, ताजिकिस्तान, तंजानिया, थाइलैंड, गांबिया, टोगो, त्रिनिदाद व टोबैगो, ट्यूनीशिया, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान, यूगांडा, उक्रेन, उज्बेकिस्तान, उत्तरी अमेरिका, ब्रिटेन, यूराग्वे, वेनेजुएला, वियतनाम, जांबिया, जिम्बॉब्वे।

न्यूजीलैंड में 126 सालों से महिलाओं को मताधिकार
1893 में न्यूजीलैंड विश्व में पहला ऐसा देश बना जहां महिलाओं को भी मताधिकार मिला। 1950 में दुनिया के दो तिहाई देशों में सभी वयस्कों को मताधिकार मिल चुका था। 1971 में स्विट्जरलैंड अंतिम यूरोपीय देश बना, जिसने महिलाओं को मताधिकार प्रदान किया। इसी तरह 1994 में रंगभेद के खात्मे के बाद दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीकी महाद्वीप का अंतिम प्रजातांत्रिक देश बना, जहां सभी वयस्कों को मताधिकार मिला। अफगानिस्तान अकेला ऐसा देश है, जहां महिलाओं को मताधिकार से कई बार वंचित किया जा चुका है। हालांकि, वहां 2004 से लगातार महिलाओं का मताधिकार बना हुआ है।

चुनाव कब-कब

  • यूं तो तकरीबन सभी देशों में चुनाव 4 या 5 वर्षों के अंतराल में होते हैं। हालांकि, महज 33,000 की आबादी वाला सैन मरीनो अकेला ऐसा देश है जहां हर 6 माह में चुनाव होता है।
  • चुनाव हर तीन वर्षों में : ऑस्ट्रेलिया, फिजी, नाउरू, न्यूजीलैंड
  • चुनाव हर 4 वर्षों में : अल्बेनिया, अर्जेंटीना, बोस्निया व हर्जेगोविना, ब्राजील, बुल्गारिया, चिली, कोलंबिया, कोस्टारिका, डोमिनिक गणराज्य, इक्वाडोर, इजिप्ट, एस्टोनिया, फिनलैंड, जर्मनी, घाना, ग्वाटेमाला, होंडुरास, हंगरी, आइसलैंड, ईरान, इराक, इजराइल, जापान, कोसोवो, लातविया, लेबनान, उत्तर मेसेडोनिया, माल्टा, मार्शल द्वीपसमूह, मोल्दोवा, मंगोलिया, नीदरलैंड, नाइजीरिया, नॉर्वे, फिलिस्तीन, पुर्तगाल, सर्बिया, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, थाइलैंड, तिमोर-लेस्त, टोंगा, उक्रेन, उत्तर अमेरिका
  • चुनाव प्रत्येक 5 वर्षों में : भारत, अफगानिस्तान, अलजीरिया, अंगोला, एंटीगुआ, अर्मेनिया, ऑस्ट्रेलिया, बहामास, बांग्लादेश, बारबडोस, बेलारुस, बेिल्जयम, बोलीविया, बोत्सवाना, बुरुंडी, कंबोडिया, कनाडा, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड, कोमोरोस, क्रोएशिया, क्यूबा, साइप्रस, चेक गणराज्य, जिबूती, डोमिनिका, अल सल्वाडोर, एट्रिशिया, इथोपिया, फ्रांस, जार्जिया, गिनी, हैती, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इटली, जमैका, कजाकस्तान, कीनिया, लाओस, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, मेडागास्कर, मलावी, मॉरिशिआना, मॉरिशस, मालदीव, मोरक्को, मोजाम्बीक, म्यामार, नामीबिया, नेपाल, निकारागुआ, निगर, पाकिस्तान, पनामा, पापुआ न्यू गिनी, पराग्वे, पेरू, पोलैंड, कांगो गणराज्य, रोमानिया, समोआ, सेनेगल, सेशल्स, सिएरा लोन, सिंगापुर, स्लोवाकिया, स्लोवानिया, सोमालिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, दक्षिण सूडान, सूरीनाम, श्रीलंका, सेंट किट्स, सेंट लूसिआ, सूडान, तंजानिया, गांबिया, टोगो, त्रिनिदाद व टोबैगो, ट्यूनीशिया, यूगांडा, यूके, यूराग्वे, उजबेकिस्तान, वियतनाम, जांबिया, जिम्बॉब्वे
  • चुनाव प्रत्येक 6 वर्षों में : किर्गीस्तान, लाइबेरिया, मैक्सिको, फिलिपींस, रूस, वेनेजुएला
  • चुनाव प्रत्येक 7 वर्षों में : अजरबैजान, कैमरून, भूमध्यसागरीय गुआना, गैबोन, रवांडा, सीरिया, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान
  • चुनावों की कोई नियत अवधि नहीं : ग्रीस, डेनमार्क, जाॅर्डन, वनातू

किस देश में कोई नेता कितनी बार राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री चुना जा सकता है?

एक कार्यकाल : अर्मेनिया, बारबाडोस, बेिल्जयम, बुलगारिया, कोलंबिया, अल सल्वाडोर, फ्रांस, ग्वाटेमाला, होंडुरास, हंगरी, आइसलैंड, आयरलैंड, इजराइल, जमैका, जापान, कोसोवो, किर्गीस्तान, लाओस, लेबनान, मलेशिया, माल्टा, मॉरिशस, मैक्सिको, मोरक्को, पैराग्वे, फिलिपींस, सर्बिया, दक्षिण कोरिया, सेंट लूसिया, तुर्की, उक्रेन

दो कार्यकाल : अमेरिका, अफगानिस्तान, अल्जीरिया, अंगोला, एंटीगुआ, बोस्निया और हर्जेगोविना, बोत्सवाना, ब्राजील, बुरुंडी, कंबोडिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कोमोरोस, क्रोएशिया, क्यूबा, चेक गणराज्य, डोमिनिका, डोमिनिकन गणराज्य, इक्वाडोर, इजिप्ट, एरिट्रिया, फिजी, घाना, गयाना, हैती, इंडोनेशिया, ईरान, इराक, कजाकस्तान, केन्या, किरिबाती, लाइबेरिया, लिथुआनिया, मैडागास्कर, मलावी, मॉरितानिया, मॉल्दोवा, मोजांबिक, म्यामार, नामीबिया, नाउरू, नेपाल, निगर, नाइजीरिया, फिलिस्तीन, पनामा, पेरू, पोलैंड, कांगो गणराज्य, रोमानिया, रूस, रवांडा, सेनेगल, सेशल्स, सिएरा लियोन, सिंगापुर, स्लोवाकिया, स्लोवानिया, सोमालिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण सूडान, सूडान, सूरीनाम, ताजिकिस्तान, तंजानिया, थाइलैंड, गांबिया, त्रिनिदाद व टोबैगो, तुर्कमेनिस्तान, ट्यूनीशिया, उत्तरी अमेरिका, उज्बेकिस्तान, वियतनाम, जांबिया, जिंबाब्वे।

असीमित कार्यकाल : भारत, अल्बानिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, अजरबैजान, बहामा, बेलारुस, बांग्लादेश, बोलीविया, कैंमेरून, कनाडा, चाड, चाइल, कोस्टारिका, साइप्रस, डेनमार्क, जिबूती, एस्टोनिया, इथोपिया, फिनलैंड, गैबोन, जॉर्जिया, जर्मनी, ग्रीस, इटली, जॉर्डन, लात्विया, लीबिया, लक्जमबर्ग, उत्तरी मेसेडोनिया, मंगोलिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, निकारागुआ, नार्वे, पाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी, पुर्तगाल, समोआ, सैन मरीनो, स्पेन, श्रीलंका, सेंट किट्स, स्वीडन, स्विट्जरलैंड सीरिया, तिमोर लेस्ट, टोगो, टोंगा, युगांडा, ब्रिटेन, उरुग्वे, वेनेजुएला।

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Source: bhaskar international story

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