एलोवेरा
एलोवेरा (Alovera) का पौधा एक छोटा सा कटीला पौधा होता है जिसकी पत्तियों में ढेर सारा तरल पदार्थ भरा होता है। एलोवेरा को हम घृतकुमारी भी कहते हैं । एलोवेरा (Alovera) का प्रयोग एक औषधि के रूप में किया जाता है। इसके गुणों को देखते हुए यह किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है।
एलोवेरा (Alovera) का प्रयोग एक औषधि के रूप किया जाता है। इसके गुणों को देखते हुए यह संजीवनी बूटी से कम नहीं है। एलोवेरा एक औषधि चमत्कारी से कम नहीं है। प्राचीन काल से ही लगभग हर आयुर्वेदिक पदार्थो में एलोवेरा का इस्तेमाल होता आ रहा है। हमारे स्वास्थ्य के लिए एलोवेरा बहुत ही फायदेमंद पदार्थ रहा है।
एलोवेरा का पौधा छोटा होता है लेकिन इस के गुणों को आप अपनी अंगुलियों पर नहीं गीन सकते हो । एक छोटा सा कटीला पौधा होता है जिसकी पत्तियों में ढेर सारा तरल पदार्थ भरा होता है. एक छोटा सा कटीला पौधा होता है जिसकी पत्तियों में ढेर सारा तरल पदार्थ भरा होता है. एलोवेरा के पत्तो के जैल में विटामिन ए, बी 1, बी 2, बी 3,बी 6, बी 12, सी और ई और फोलिक एसिड आदि पोषक तत्व पाए जाते है।
एलोवेरा के रस में पाए जाने वाले खनिज तांबा, लोहा, सोडियम, केलिषयम , ज़िंक, पोटेशियम, क्रोमियम, मैग्नीशियम, और मेगनीज, के अनगिनत लाभ है. इसमें कई प्रकार के प्रोटीन और विटामिन पाए जाते हैं, इसलिए यह हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
एलोवेरा की पत्तियों के अंदर मौजूद जैल में कि न्यूट्रिएंट्स, मिनरल्स और विटामिन्स होते है को स्किन और हेयर और स्वस्थ के फायदेमंद होते है। एलोवेरा हर्बल का इस्तमाल एक्सटर्नल और इंटरनल दोनों रूप में लिया जाता है
दिखने में यह काफी हरा और इसके किनारे कांटेदार आकृति के होते हैं। इसके दूसरे नाम ग्वारपाठा और धृतकुमारी है। इस पौधे के गुणों को देखते हुए इसे चमत्कारी पौधा भी कहा जाता है।एलोवेरा खून की कमी को दूर करता है और साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है।
एलोवेरा बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, पेट की खराबी, जोड़ो का दर्द, त्वचा की खराबी, मुंहासे, रूखी, धूप से झुलसी त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग़ धबबो, आंखो काले घेरो आदि के लाभ दायक है.
एलोवेरा के फायदे और उपयोग:-
- एलोवेरा के नियमित उपयोग से हमारे शरीर में खून की कमी को दूर करता रहता है और साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- एलोवेरा के उपयोग से हमारे शरीर के अंदरूनी पार्ट की सफाई करता है जिस से अपना शरीर को रोगाणु से मुक्त करने में बहुत मदद करता है
- एलोवेरा के नियमित उपयोग से हमारे शरीर की नसे, नाडिया, धमनियां आदि की सफाई करता है
- त्वचा की देखभाल हेतु एलोवेरा एक बहुत लाभकारी चीज है
- एलोवेरा उपयोग हर कोई व्यक्ति के सकता है इस कोई साइड इफेक्ट नहीं है। एलोवेरा का जूस खून को साफ करता है और हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करता है।
- एलोवेरा का इस्तेमाल करने से बाल झड़ने की समस्या कम हो जाती है.
- आप फेसवास के रूप में भी इसका उपयोग कर सकते हैं
- एलोवेरा के नियमित उपयोग से दिल से समस्याओं और जोड़ो के दर्द, मधुमेह, युरिन की समस्या, शरीर में जमा विषेलेे पदार्थ आदि को खत्म करने में मददगार साबित होता है।
- एलोवेरा हमारे शरीर में बल्ड सेल्स की संख्या को बढाता है
वजन घटाना :
एलोवेरा के रेगुलर दो टाइम उपयोग करने से आप अपना वजन घटा सकते है.
जलने पर राहत:
अगर आप की तवचा या स्किन किसी भी कारण से जल जाए तो आप एलोवेरा जेल आप का दर्द निवारण बन सकते है। एलोवेरा जेल बल्ड फ्लो बढ़ती है और साथ स्किन पर ठडक पहुंचती है। अगर आप की स्किन सून पड़ जाए तो इस का उपयोग कर सकते हो.
स्किन इंफेक्शन के लिए:
एलोवेरा जेल एंटीबैक्टीरिल और एंटी इंफेक्शन होता है जो स्किन को जलन मिटा है साथ ही ठंडक पहुंचता है और इंफेक्शन से होने वाली खुजली को भी मिटता है और स्किन सम्नदी राहत मितली है। इस में पानी की मात्रा होने कारण स्किन को सॉफ्ट बना ता है.
चोट लग जाने पर:
अगर चोट की वजह से आपकी स्किन पर जख्म जो जाए तो आप को एलोवेरा जेल का इस्तमाल कर सकते है।
सनबर्न से बचना:
एलोवेरा का रस उपयोग बहुत से लोग सनबर्न के रूप में ही करते है। धूप में निकले से पहले एलोवेरा का रस अच्छी तरह से अपनी स्किन पर लगा ले ताकि सूरज की हानिकारक किरणों का स्किन पर कोई नुकसान नहीं पहुंचती है.
कब्ज पर पूर्ण विराम:
एलोवेरा का रस में फाइबर उच्च मात्रा में निहित होता है जो पाचन और मल त्याग की क्रिया के सुधार लाने में बहुत उपयोगी है। यह एक नुचराल रेतक भी है जिसकी वजह से एलोवेरा का रस कब्ज के इलाज के लिए इस्तमाल किया जाता है