करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास पर बोले इमरान- भारत-पाकिस्तान दोनों परमाणु शक्ति देश, इसलिए हमारे बीच जंग नहीं दोस्ती ही हो सकती
नई दिल्ली. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरुदासपुर में मौजूद डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को जोड़ने वाले कॉरिडोर की नींव रखी। इस दौरान इमरान खान ने पहली बार दोनों देशों के रिश्तों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि मैं भारत से दोस्ती करना चाहता हू्ं। हिन्दुस्तान एक कदम आगे बढ़ाएगा तो हम दो कदम आगे बढ़ाएंगे। वहीं, कार्यक्रम में मौजूद पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि हमें अपनी सोच बदलनी होगी, तभी शांति कायम होगी। कार्यक्रम में भारत सरकार के भी 2 मंत्री हरसिमरत कौर और हरदीप पुरी मौजूद थे।।
''भारत से दोस्ती करना चाहता हूं''
– करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के मौके पर इमरान खान ने पहली बार भारत-पाकिस्तान के रिश्तों के मसले पर खुलकर बात की और कहा कि हमें अतीत को छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए।
– इमरान ने कहा कि मैं भारत से दोस्ती करना चाहता हू्ं। हमें अपने रिश्तें अच्छे करने हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दा भी हल किया जा सकता है। इसके लिए सिर्फ मजबूत इरादा चाहिए।
– उन्होंने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु शक्ति से सम्पन्न देश हैं इसलिए हम आपस में जंग नहीं कर सकते हैं, वरना सब तबाह हो जाएगा। ऐसे में हम दोस्त ही बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान एक कदम आगे बढ़ाएगा तो हम दो कदम आगे बढ़ाएंगे।
– इमरान ने कॉरिडोर को लेकर कहा कि बॉर्डर खुलने से गरीबी कम होगी और दोनों मुल्कों के लोगों के बीच प्यार बढ़ेगा। हम हिन्दुस्तान के लोगों के लिए आसानियां पैदा करेंगे।
सोच बदलने की जरूरत
– पाकिस्तान में करतारपुर साहिब कॉरिडोर के शिलान्यास के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि हम सबको अपनी सोच बदलनी पड़ेगी, तभी शांति कायम होगी। अब तक बहुत नुकसान हुआ पर अब खून-खराबा बंद होना चाहिए और दोस्ती का पैगाम आगे बढ़ना चाहिए।
– सिद्धू ने कहा कि ये कॉरिडोर दोनों देशों के लोगों के बीच जो संपर्क टूटा हुआ था अब इसके जरिए वो फिर जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी करतारपुर कॉरिडोर का इतिहास लिखा जाएगा, तो इमरान खान का नाम पहले पन्ने पर लिखा जाएगा।
बिना वीजा यहां जासकेंगे भारतीय
– ऐसा माना जाता है कि करतारपुर में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने आखिरी सांस ली थी। ये जगह पाकिस्तान में रावी नदी के पास स्थित है और डेरा बाबा नानक से करीब चार किमी दूर है। सिख गुरु ने 1522 में इस गुरुद्वारे की स्थापना की थी।
– करतारपुर कॉरिडोर के छह महीने के अंदर बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है। इस कॉरिडोर के बनने से भारतीय सिख श्रद्धालु करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक बिना किसी वीजा के सफर कर सकेंगे।
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Source: bhaskar international story