चीन की दीवार में टूट-फूट का ड्रोन से पता लगाया, खच्चरों से सामान पहुंचाकर कर रहे रिपेयर
बीजिंग. चीन की दीवार के एक बड़े हिस्से में टूट-फूट हो रही है। दीवार में हुए नुकसान का पता ड्रोन से लगाया जा रहा है। यह कोशिश भी की जा रही है कि आसपास के पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। टूट-फूट का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल इसलिए किया गया क्योंकि कई जगह पहुंचना मुश्किल है। दीवार को ठीक करने के लिए ईंट-गारा खच्चरों से ले जाया जा रहा है। आर्किटेक्ट झाओ पांग बताते हैं कि दीवार के कई हिस्से काफी खतरनाक हैं। वहां आसानी से पहुंचा नहीं जा सकता। किस हिस्से में कितनी टूट-फूट हुई है, ड्रोन के जरिए इसकी सटीक जानकारी मिल सकती है।
खच्चरों से पहुंचाया जा रहा मटेरियल
दीवार ठीक करने के लिए मटेरियल (पत्थरों) खच्चरों से पहुंचाया जा रहा है। राज मजदूर हजारों फीट ऊपर पहाड़ पर दीवार की मरम्मत में जुटे हैं। पांग के मुताबिक, दीवार को ठीक करना इतिहास को बचाने जैसा है। यह एक कॉम्प्लेक्स स्ट्रक्चर है। दीवार को समझने के लिए हमने इसके डिजाइन मसलन पत्थरों को किस तरह जोड़ा गया है, गारे में कितना चूना इस्तेमाल होगा, काफी समझने की कोशिश की।
खास है दीवार
दुनिया के आश्चर्य में शामिल इस दीवार का आर्किटेक्चर भी अपने आप में अलहदा है। पहाड़ के ऊपर पहले बड़े-बड़े पत्थरों को जोड़कर दीवार का ढांचा (निचला हिस्सा) तैयार किया गया। ईंटों से दीवार का ऊपरी हिस्सा तैयार किया गया। गारे के रूप में टाइल्स, पत्थर और चूने का इस्तेमाल किया गया। दीवार की चौड़ाई इतनी है कि दोनों तरफ से घुड़सवार निकल सकते हैं। दीवार के ऊपर एक खास अंतर पर टॉवर भी बनाए गए हैं। पांग कहते हैं कि दीवार को संजोकर रखना इसलिए जरूरी है ताकि आने वाली कई पीढ़ियां इसके बारे में जान सकें।
2200 साल पुरानी है दीवार
चीन की दीवार का निर्माण करीब 2200 साल पहले (220 से 206 ईसा पूर्व) सम्राट शी हुआंग ती के समय में हुआ था। हूणों के हमले रोकने के लिए यह दीवार बनाई गई थी। माना जाता है कि चीन में 7वीं सदी ईसा पूर्व में कई दीवारों को बनाने का काम शुरू हुआ था जिन्हें बाद में जोड़कर एक मजबूत दीवार बनाई गई। दीवार का ज्यादातर हिस्सा मिंग वंश (1368 से 1644 ईसवी) के दौरान बनाया गया। सभी शाखाओं को जोड़ दें तो चीन की दीवार 21 हजार 196 किमी लंबी है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story