चीन बना रहा दुनिया की पहली लेटी हुई बहुमंजिला इमारत, 27 हजार करोड़ रु. लागत
बीजिंग. चीन का चोंगकिंग प्रोजेक्ट अपने आप में खास है। अमूमन स्काईस्क्रैपर्स (बिल्डिंग) ऊर्ध्वाधर (वर्टिकल) बनाए जाते हैं। लेकिन राफेल्स सिटी चोंगकिंग प्रोजेक्ट में एक स्काईस्क्रैपर क्षैतिज (होरिजोंटल) रूप से बनाया जा रहा है। क्रिस्टल स्काईस्क्रैपर चार बिल्डिंगों के ऊपर स्थित है। यह 250 मीटर लंबा है। इसे दुनिया का पहला लेटा हुआ स्काईस्क्रैपर करार दिया जा रहा है।
क्रिस्टल को दुनिया के विख्यात आर्किटेक्ट मोशे सफ्दी ने डिजाइन किया है। इसका क्षेत्रफल करीब 11 लाख वर्गमीटर है। रात में यह बिल्डिंगों पर रखी एक विशाल बीम की तरह दिखाई देता है। स्काईस्क्रैपर जल्द ही पूरा होने वाला है।
क्रिस्टल में 2.30 लाख वर्गमीटर का शॉपिंग मॉल, 1400 रिहायशी अपार्टमेंट, एक लग्जरी होटल के अलावा 1.60 लाख वर्गमीटर का ऑफिस स्पेस भी बनाया गया है। इसे बनाने में 3.7 बिलियन डॉलर (करीब 27 हजार करोड़ रुपए) की लागत आई।
क्रिस्टल का डिजाइन चीन की पारंपरिक नौका की तरह रखा गया है। स्काईस्क्रैपर चोंगकिंग की चार इमारतों पर बनाया जा रहा है। यहां से आप यांग्ट्जी और जियालिंग नदियों के संगम को देख सकते हैं।
स्काईस्क्रैपर का निर्माण एशिया की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक कैपिटालैंड कर रही है। इसके डिप्टी सीईओ ल्यूकास लोह के मुताबिक, क्रिस्टल को बनाने में 6 साल लगे। इसे आप इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना भी कह सकते हैं। मुझे भरोसा है कि इसे स्थानीय लोग ही नहीं विदेशी भी देखने आना चाहेंगे।
सिंगापुर के मरीना बीच पर मरीना बे सैंड्स होटल भी कुछ इसी तरह बनी है। यहां जमीन से 200 मीटर की ऊंचाई पर 55 मंजिला तीन इमारतों को जोड़कर स्विमिंग पूल बनाया गया है। यह सिंगापुर की सबसे बेहतर इमारतों में से एक है। इसके आर्किटेक्ट भी मोशे सफ्दी ही थे।
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Source: bhaskar international story