दुनिया के सबसे बड़े आइस फेस्टिवल में 12 देशों के कलाकारों ने बनाईं कलाकृतियां
बीजिंग. चीन के हेलोंगयांग प्रांत स्थित हार्बिन शहर में दुनिया का सबसे बड़ा सालाना आइस एंड स्नो फेस्टिवल 5 जनवरी से आधिकारिक तौर पर शुरू हो जाएगा। हालांकि, पर्यटकों के लिए यहां रखी बर्फ से बनी कलाकृतियों का प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। हर बार की तरह इस साल भी फेस्टिवल में कई अजूबे तैयार किए गए हैं। लगभग 6 लाख स्कवायर मीटर में फैले स्नो वर्ल्ड में बर्फ के 100 से ज्यादा मंदिर और कलाकृतियां हैं। इन्हें 2 लाख घन मीटर बर्फ से तैयार किया गया है।
इस साल फेस्टिवल में पूरी तरह बर्फ से बने महलों के अलावा भगवान बुद्ध का 4500 क्यूबिक मीटर बर्फ से बना स्टैच्यू भी लोगों के लिए चर्चा का विषय रहेगा। इसके अलावा महलों पर रात में 3डी लाइट शो का भी प्रदर्शन भी किया जाएगा और 340 मीटर लंबी हरे रंग की लाइट्स से रंगी आइस स्लाइड्स दिखाई जाएंगी।
इन अजूबों को चीन और दुनियाभर के 12 देशों से पहुंचे 10 हजार कलाकारों ने बनाया है, वह भी बर्फ में माइनस 10 से माइनस 20 डिग्री तापमान के बीच। हर साल दिसंबर के वक्त तापमान काफी नीचे गिर जाता है।
सर्दियों में बड़ी संख्या में पर्यटक ‘आइस सिटी’ के नाम से लोकप्रिय हार्बिन पहुंचते हैं। 2017 में फेस्टिवल में करीब 1.8 करोड़ लोग पहुंचे थे, जिससे चीन को करीब 31 हजार करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। यह फेस्टिवल पहली बार साल 1985 में रखा गया था।
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शहर के एयरपोर्ट पर 2018 में दो करोड़ से ज्यादा यात्री आए। पर्यटकों के बीच हार्बिन में बना साइबेरियन टाइगर पार्क भी लोकप्रिय है। यहां एक हजार से ज्यादा साइबेरियाई टाइगरों को ठंडे पर्यावरण के बीच सुरक्षित माहौल में रखा गया है।
2007 में कैनेडियन डॉक्टर नॉर्मन बेथुने की स्मृति में बनाई गई कलाकृति दुनिया की सबसे बड़ी बर्फ से बनी कलाकृति के रूप में दर्ज हो गई थी। रोमांटिक फीलिंग नाम की यह कलाकृति 820 फीट ऊंची, 28 फीट चौड़ी है। इसे बनाने में साढ़े चार लाख क्यूबिक मीटर बर्फ इस्तेमाल हुई थी।
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Source: bhaskar international story