नर्स ने बनाया रिकॉर्ड, लेकिन बिना स्कर्ट दौड़ने की वजह से मान्य नहीं हुआ
लंदन. रॉयल लंदन अस्पताल में काम करने वाली जेसिका एंडर्सन ने दावा किया है कि उन्होंने लंदन मैराथन में नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है,लेकिन नर्स की ड्रेस की वजह से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (जीडब्ल्यूआर) ने इसे मानने से इनकार कर दिया।
जेसिका रॉयल लंदन अस्पताल में सात साल से काम कर रही हैं। वह नर्स के तौर पर सबसे तेज मैराथन पूरी करने वाली महिला बनना चाहती थीं। उन्होंने यह रेस महज 3 घंटे 8 मिनट 22 सेकंड में पूरी की। इससे पहले 2015 में यह रिकॉर्ड 3 घंटे 8 मिनट 54 सेकंड में साराह दुद्गौन ने बनाया था।
जीडब्ल्यूआर ने बताया कि जेसिका का रिकॉर्ड मान्य नहीं होगा,क्योंकि उन्होंने नर्स की ड्रेस पहनी थी। जीडब्ल्यूआर के नियमों के अनुसार, एक नर्स की ड्रेस में नीली या सफेद ड्रेस, एक पिनाफॉर एप्रन और एक पारंपरिक नर्स की टोपी होनी चाहिए। अधिकारियों ने बताया कि एंडरसन की स्क्रब्स टॉप फैंसी ड्रेस जैसी थी।
एंडरसन ने कहा कि जीडब्ल्यूआर का ड्रेस क्राइटेरिया काफी पुराना है। जब उन्होंने पढ़ा कि उनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया है, तो वे काफी हैरान हुईं। उन्होंने कहा कि नर्सें ज्यादातर स्क्रब और ट्राउजर ही पहनती हैं, इसलिए फैसले परपुनर्विचार किया जाए, लेकिन उनका अनुरोध अस्वीकार कर दिया गया।
एंडरसन ने बार्ट्स हेल्थ एनएचएस ट्रस्ट के लिए 2 लाख 9 हजार रुपए से ज्यादा रकम जुटाई। उन्होंने उम्मीद जताई कि जीडब्ल्यूआर रूढ़ीवादी विचारों को बढ़ावा देना बंद करेगा। बेहतर होगा कि वह अपने क्राइटेरिया में बदलाव करने के बारे में विचार करे।
यह मैराथन दुनिया के सबसे प्रसिद्ध खेलों में से एक है। हर साल इसके लिए सैकड़ों लोग आवेदन करते हैं। आयोजकों ने कहा कि इस साल मैराथन में शामिल होने के लिए 4 लाख से अधिक लोगों ने आवेदन किया था।
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Source: bhaskar international story