परिवार नहीं चाहता था मार्टा खेले, वह जिद करके खेलती रहीं, आज वर्ल्ड कप में सर्वाधिक गोल हैं
पेरिस.महिलाओं का फुटबॉल वर्ल्ड कप चल रहा है। इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा चर्चा अब तक 17 गोल दागने वाली मार्टा की हो रही है। पूरा नाम है मार्टा वियरा डी सिल्वा। 33 साल की मार्टा 6 बार फीफा वुमन प्लेयर ऑफ ईयर (2006-10, 2018) का खिताब जीत चुकी हैं।
ब्राजील में 1941 से 1979 तक महिलाओं और लड़कियों के लिए फुटबॉल खेलना प्रतिबंधित था। उसके बाद भी सामाजिक तौर पर यह खेलमहिलाओं के लिए आम नहीं था,लेकिनडिओ रिको कस्बे में पली-बढ़ीं मार्टा 7-8 साल की उम्र से ही इस खेल के लिए जुनूनी थीं।
14 साल की उम्र में क्लब का ऑफर मिला था
तब स्कूलों में भी लड़कियाें को फुटबाॅल नहीं खेलने दिया जाता था। मार्टा भाइयों के साथ सड़क पर फुटबॉल खेलतीं। आसपास के लोग विरोध करते, तो परिवार भी रोक-टोक करने लगा,लेकिनमार्टा थमी नहीं। 14 साल की हुईं तो उन्हें लोकल क्लब में शामिल होने का ऑफर मिला।
जानती थी, दूसरी लड़कियों के लिए राह खुलेगी
मार्टा जानती थीं कि अगर आज खेलने का फैसला किया तो दूसरी लड़कियों के लिए भी खेलने की राह खुल जाएगी। उन्होंने प्रस्ताव मान लिया। आज मार्टा ब्राजील की महिला फुटबॉल टीम की कप्तान हैं।
मार्टा यूएन की गुडविल एंबेसडर भीहैं
मार्टाचाहती हैं कि उनकी कहानी दुनिया की हर लड़की तक पहुंचे, ताकि वो भी हिम्मत से कड़े फैसले लेते हुए आगे बढ़ें और अगली मार्टा बनें। इसलिए वह लोकल स्तर पर लड़कियों को फुटबॉल में ट्रेनिंग भी दे रही हैं।
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Source: bhaskar international story