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पुलवामा हमले के बाद देश में महंगाई की दर 4 गुना से ज्यादा



इस्लामाबाद. पुलवामा आतंकी हमले के बाद बदले हुए हालात मंें पाकिस्तान में महंगाई दर चार गुना से ज्यादा हो गई है। आतंकी हमला 14 फरवरी को हुआ था। इससे पहले पाकिस्तान में महंगाई दर 2.2% थी। जबकि 58 दिन बाद अब 9.4% है। महंगाई के कारण जनता परेशान है। खाने-पीने की चीजों के साथ ही दवाइयां भी महंगी हो गई हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्थिति के चलते पाक की ड्रग रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ने शनिवार को कराची, लाहौर और पेशावर में 28 दवा कंपनियों के ठिकानों पर छापे मारे। इन कंपनियों पर केस दर्ज किया। इनके गोदामों से 83 तरह की दवाइयां जब्त कीं। ये कंपनियां भारी कीमत पर दवाइयां बेच रही थीं।

90 लाख करोड़ रु. का दवा उद्योग

पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री आमिर महमूद कियानी ने कहा कि सरकार देशभर में मुनाफाखोरी के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगी। सरकार ने ऑडिटर जनरल को ड्रग रेग्यूलेटरी अथॉरिटी के खातों का ऑडिट करने को कहा है। पाकिस्तान में दवा उद्योग 90 लाख करोड़ रुपए का है।

58 दिनों में दूध का दाम 70 रुपए से 180 रुपए लीटर हुआ
पाकिस्तान में 58 दिनों में खाने-पीने की चीजों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। पाकिस्तानी अखबार द डॉन के मुताबिक प्रशासन ने दूध के दाम 94 रुपए तय किए हैं, पर ज्यादातर विक्रेता 120-180 रुपए लीटर बेच रहे हैं। यहां पहले 70 रुपए लीटर दूध बिक रहा था। डेयरी एसोसिएशन के मुताबिक सरकार से दाम बढ़ाने का आग्रह किया गया था। सरकार नहीं मानी तो खुद दाम बढ़ा दिए। प्रशासन ने छापे मारकर 11 लाख रु. जुर्माना वसूला। टमाटर जैसी सब्जियां 150 रुपए किलो बिक रही हैं।

महंगाई दर 9.4 फीसदी, केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर 10.75% की
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्ट‍िक्स के मुताबिक देश में मार्च महीने में महंगाई दर 9.4% तक पहुंच गई। जुलाई से मार्च के दौरान औसत महंगाई साल दर साल आधार पर 6.97 % बढ़ी है। इसे देखते हुए केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरें बढ़ाकर 10.75% कर दीं। यह पहले से ही छह महीने के ऊंचे स्तर पर है। सरकार ने पिछले वित्त वर्ष के लिए सालाना महंगाई दर 6 % करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन इस साल फरवरी-मार्च में भी महंगाई सरकार के लक्ष्य बिंदु से काफी ऊपर रही।

भारत ने हमले के बाद पाक की वस्तुओं पर ड्यूटी 200% की थी, व्यापार प्रभावित हुआ
भारत ने पुलवामा में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया था। पाकिस्तानी वस्तुओं पर 200% ड्यूटी लगा दी थी। इसका व्यापार पर असर हुआ। इससे पहले दोनों देशों के बीच जुलाई 2018 से जनवरी 2019 तक 7,800 करोड़ रुपए का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था। पाकिस्तान ने भारत से 6,100 करोड़ रुपए का आयात किया, जबकि भारत ने पाकिस्तान से 1700 करोड़ रुपए का। हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को साफ्टा से भी हटाने की तैयारी कर ली थी।

डॉलर की कमी और कर्ज से जूझ रहा
पाकिस्तान विदेशी मुद्रा भंडार की कमी और विदेशी कर्ज बढ़ने की समस्या से जूझ रहा है। उसके पास केवल 1027 करोड़ डॉलर है। यह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्वबैंक के सुझाए न्यूनतम स्तर से कम है। यह भंडार महज 8 सप्ताह के आयात के भुगतान योग्य है। इसी कारण विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक पाकिस्तान को कर्ज देने से मना कर चुके हैं। हालांकि, चीन अपने दोस्त पाकिस्तान को विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने के लिए 250 करोड़ डॉलर का कर्ज देगा।

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Pakistan launches crackdown against inflated commodity prices as it go out of control after Pulwama attack

Source: bhaskar international story

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