पोप ने राष्ट्रपति और विपक्ष के नेता के पैर चूमे, देश को बिखराव से बचाने की अपील की
जुबा. ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने दक्षिणी सूडान की शांति के लिए उसके राष्ट्रपति और विपक्ष के नेता के पैर चूम लिए। ऐसा पहली बार है जब पोप ने किसी आम व्यक्ति के पैर चूमे हों। पोप फ्रांसिस ने अपील की दोनों नेता देश को बिखरने से बचाएं और मुश्किलों के बावजूद एक शांति समझौते पर सहमति बनाएं।
पोप ने इससे पहले कभी इस तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी। वे आमतौर पर धार्मिक क्रियाओं के दौरान कैदियों के पैर धोते हैं, लेकिन किसी देश के नेताओं के साथ इस व्यवहार पर दुनियाभर के लोग चौंक गए हैं। दक्षिण सूडान की उपराष्ट्रपति रबेका न्यानदेंग गरांग ने कहा कि पोप के इस नम्र स्वभाव से वे अंदर तक हिल गईं और तुरंत ही उनकी आंखों से आंसू बहने लगे।
सूडान में सरकार-विपक्ष के संघर्ष में मारे गए हैं लाखों लोग
पोप ने राष्ट्रपति साल्वा कीर और उनके विरोधी पूर्व बागी नेता रीक मचार से कहा कि हमें पुरानी स्थितियों को भुला कर आगे बढ़ना होगा। दरअसल, दक्षिण सूडान 2011 में सूडान से आजाद हुआ था। इसके बाद 2013 में सरकार और विपक्ष के बीच संघर्ष में 4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
पिछले साल ही कीर और मचार के बीच शांति समझौता हुआ। लेकिन अभी तक सरकार वादों को पूरा करने में नाकाम रही है। विपक्ष का आरोप है कि कई मुद्दे अब तक नहीं सुलझ पाए हैं।
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Source: bhaskar international story