भारत में पाक चुनावी मुद्दा, अगले साल फिर बढ़ाऊंगा दोस्ती का हाथ : इमरान
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वे 2019 लोकसभा चुनाव के भारत की तरफ फिर दोस्ती का हाथ बढ़ाएंगे। उनका मानना है कि भारत में पाकिस्तान एक चुनावी मुद्दा होता है, इसलिए बातचीत का पहला प्रस्ताव भारत ने रद्द कर दिया।
रियाद में निवेशकों की एक फोरम में इमरान ने कहा कि हम क्षेत्र में स्थिरता और खुशहाली के लिए पड़ोसी देशों के साथ शांति चाहता है। खासकर भारत और अफगानिस्तान के साथ।
भारत के साथ शांति से दोनों देशों के संसाधनों का इस्तेमाल हथियारों की होड़ के बजाय मानव विकास की ओर होगा। अफगानिस्तान के साथ शांति स्थापित होने से पाक को मध्य एशिया में द्विपक्षीय व्यापार में मदद मिलेगी। इससे अर्थव्यवस्था भी बढ़ेगी।
इमरान ने कहा कि उन्होंने भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया था, लेकिन भारत ने इसे ठुकरा दिया। अगस्त में सत्ता संभालने के बाद इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान विदेश मंत्रियों की बातचीत का प्रस्ताव रखा था।
भारत ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था। लेकिन कुछ घंटों बाद ही कश्मीर में आतंकियों ने तीन पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इसके बाद भारत ने बातचीत रद्द करने का फैसला किया था। इमरान ने भारत के इस फैसले को ‘अहंकारी’ बताया था और साथ ही इशारों में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा था।
भारत में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। 2016 में हुए उरी आतंकी हमले के बाददोनों देशों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हैं। इमरान ने चुनाव जीतने के बाद अपने पहले भाषण में भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार दोनों देशों के बीच विवादों को सुलझाने के लिए काम करेगी। इसमें कश्मीर मुद्दा भी शामिल होगा।
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Source: bhaskar international story