भारतवंशी अमेरिकी डिप्लोमैट निक्की हेली ने ट्रम्प को घेरा, कहा- हर विरोधी दुश्मन नहीं होता
न्यूयॉर्क. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के पद से इस्तीफा देने के बाद निक्की हेली अमेरिका से जुड़े मुद्दों पर निष्पक्ष राय दे रही हैं। गुरुवार को न्यूयॉर्क में एनुअल डिनर के दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को संयुक्त राष्ट्र में उनके आखिरी भाषण और विवादित इमिग्रेशन पॉलिसी के लिए घेरा। ट्रम्प के लिए उन्होंने यह भी कहा कि वे हर विरोधी को दुश्मन न समझें।
भाषण में निक्की ने कहा, ‘‘लोग अक्सर फोन करके सलाह देते हैं कि मुझे क्या करना चाहिए। एक व्यक्ति ने सुझाव दिया कि किसी भी स्थिति में राष्ट्रपति ट्रम्प का मजाक मत उड़ाना।’’निक्की ने हंसते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने सुबह मुझे बुलाया और कुछ अच्छी सलाह दी। अगर मैं हंसना चाहती हूं तो ट्रम्प की बताई उपलब्धियों को याद कर लेती हूं।
निक्की ने कहा, ‘देश मेंइस पर भी बहस हो चुकी है कि लोग संयुक्त राष्ट्र में राष्ट्रपति के साथ हंसे थे या उन पर हंसे थे।’ संयुक्त राष्ट्र में राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिकी इतिहास में उनका प्रशासन सबसे ज्यादा सफल रहा। यह सुनते ही संयुक्त राष्ट्र में मौजूद सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि हंसने लगे थे।
निक्की के मुताबिक, ‘‘जब राष्ट्रपति को मेरे भारतीय होने का पता लगा तो उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मेरे ताल्लुक एलिजाबेथ वॉरेन की जनजाति से भी हैं।’’वॉरेन डेमोक्रेट की सांसद हैं। दावा है कि वॉरेन स्थायी अमेरिकीवंशी हैं। इस संबंध में हाल ही में एक डीएनए रिपोर्ट भी जारी हुई थी।
हेली ने कानूनी-गैरकानूनी इमिग्रेशन, परिवारों को जबरन अलग और डिपोर्ट करने को लेकर भी ट्रम्प को फटकारा। निक्की ने कहा कि मैं भारतीय मूल की हूं। मेरे माता-पिता भारत से आकर यहां बसे। वे कानूनन प्रवासी हैं। इसके बावजूद मुझे उनकी सुरक्षा को लेकरडर लगता है। इस वजह से मैं अपने अभिभावकों को ‘गुप्त ठिकानों’ पर रखती हूं।
राजनीतिक माहौल परनिक्की नेकहा, ‘‘मैंने दोनों दलों के कुछ लोगों को सुना है। वे अपने विरोधियों को दुश्मन या शैतान की तरह देखते हैं। अमेरिका में हमारे राजनीतिक विरोधी हमारे दुश्मन नहीं हैं। दक्षिणी सूडान में रेप को जंग में हथियार की तरह इस्तेमाल किया जाता है। यह शैतानी हरकत है।’’
भारतीय मूल की निक्की ने कहा किसीरिया में मासूम बच्चों को मारने के लिए केमिकल हथियार इस्तेमाल होते हैं। यह शैतानी हरकत है। उत्तरी कोरिया में अमेरिकी छात्र ओट्टो वार्मबिर को मौत होने तक प्रताड़ित किया गया। यह शैतानी हरकत है।
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Source: bhaskar international story