चित्रा रामास्वामी समेत 6 लेखकों का लेजर शो से प्रेम संदेश; मकसद-यूराेप के लोगों में नजदीकियां रहें
एडिनबरा.नए साल का पहला हफ्ता बीतने को है, पर दुनिया में जश्न जारी है। स्कॉटलैंड ने इस जश्न में एक कदम आगे बढ़ाया है। आगामी मार्च में ब्रेग्जिट होने जा रहा है। इसलिए राजधानी एडिनबरा ब्रेग्जिट के बावजूद यूरोप के लोगों से नजदीकियां बनाए रखने के लिए प्रेम का संदेश दे रही है। इसे लव लेटर्स टू यूरोप नाम दिया गया है। संदेश देने के लिए ऑडियो-विजुअल के साथ छह स्मारकों में लेजर शो का आयोजन हो रहा है, जो 25 जनवरी तक प्रत्येक रात को जारी रहेगा। लेजर शो में स्कॉटलैंड से जुड़ी भारतवंशी पत्रकार-लेखिका चित्रा रामास्वामी, बुल्गारिया मूल की कवयित्री कपका कसाबोवा, लेखक विलियम डेलरिंपल, ब्रिटिश लेखिका लुईस वेल्स, प्लेराइटर स्टेफ स्मिथ और कवि विलियम लेटफोर्ड यूरोप से जुड़ी यादों के संदेश चलाए जा रहे हैं।
भारतवंशी चित्रा रामास्वामी के मैसेज का सार है- बचपन लंदन में बीता। युवा हुई तो स्काॅटलैंड के एडिनबर्ग पहुंच गई। अब मैं अगली पीढ़ी के साथ रह रही हूं। एक देश से दूसरे देश पहुंचने के बाद भी प्रवासी होने का अहसास नहीं हुआ। आगे भी ऐसे ही हालात बने रहें…।
स्कॉटलैंड के लेखक विलियम डेलरिंपल का संदेश ओल्ड टाउन के ट्रोन किर्क पर चल रहा है। उन्होंने लिखा- मैं भले ही स्कॉटलैंड में रहूं, पर यूरोप से जड़ें जुड़ी हुई हैं। भले सब बदल जाए, पर हमारा कल्चर नहीं बदलेगा। ये भाईचारा बना रहे…।
प्लेराइटर स्टेफ स्मिथ के प्रेम संदेश का लेजर शो स्कॉटलैंड के काउगेट के बोंगो क्लब पर चल रहा है। उन्होंने लिखा- समय गुरजने के साथ हमारे रिश्तों में दरार आ रही है। वजहें जो भी हो, पर हमें इस दरार को किसी भी सूरत में भरना होगा…।
कवयित्री कसाबोवा का पत्र काल्टन हिल के नेशनल मोनूमेंट्स ऑफ स्कॉटलैंड में चल रहा है। उन्होंने कहा- प्रेम ही हमारे भय की काट है, मैं इसे कड़ाके की ठंड में किसी मशाल की तरह लेकर आगे बढ़ती हूं…।
लेखिका लुईस वेल्स ने समरहॉल के टेक क्यूब में चल रहे मैसेज में कहा- यूरोप से सांस्कृतिक-भाषाई जुड़ाव है, जो जारी रहेगा…।
कवि विलियम लेटफोर्ड का संदेश लीथ लाइब्रेरी से दिया जा रहा है। उन्होंने कहा- जब मैं जवान था, तो इटली ने मुझे अपनाया था। चीजें शिफ्ट हो रही हैं, पर हमें आगे भी उस अपनेपन की जरूरत है…।
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Source: bhaskar international story