PAK में रची गई काबुल के होटल पर हमले की साजिश, ISI ने आतंकियों को ट्रेनिंग दी: अफगानिस्तान
काबुल/वॉशिंगटन. 10 दिन पहले काबुल के इंटरनेशनल होटल पर हुए आतंकी हमले के मामले में नया खुलासा हुआ है। यूनाइनेड नेशंस में अफगानिस्तान के परमानेंट रिप्रेजेंटेटिव ने आरोप लगाया है कि काबुल होटल अटैक की साजिश पाकिस्तान के एक मदरसे में रची गई थी। उनके मुताबिक, हमले में शामिल एक आतंकी के पिता ने पूछताछ में बताया कि आतंकियों को ट्रेनिंग पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने दी थी। फिलहाल, यह शख्स इस वक्त अफगानिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसियों की हिरासत में है। हमले की जांच में अमेरिकी एजेंसियां भी मदद कर रही हैं। बता दें कि इस हमले में 40 लोग मारे गए थे। इसके कुछ दिनों बाद काबुल में एम्बुलेंस से हमला हुआ था। इसमें 104 लोग मारे गए थे।
आतंकी के पिता ने किया खुलासा
– महमूद सैकाल यूएन में अफगानिस्तान के परमानेंट रिप्रेजेंटेटिव हैं। एक ट्वीट में उन्होंने काबुल होटल अटैक को लेकर हैरान कर देने वाले खुलासे किए।
– महमूद ने कहा- काबुल के होटल पर अटैक करने वाले आतंकियों में से एक के पिता को हमारी खुफिया एजेंसियों ने हिरासत में लेकर पूछताछ की है। इस शख्स का नाम अब्दुल कहार है। इस शख्स ने बताया है कि उनके बेटे को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के चमन में ISI ने ट्रेनिंग दी थी।
– महमूद ने कहा कि आतंकी हमले के वक्त एक के बाद एक रूम में गए और वहां उन्होंने सिर्फ विदेशी नागरिकों की तलाश की। बता दें कि इस हमले में 40 लोग मारे गए थे और इनमें से ज्यादातर विदेशी। कुछ अमेरिकी भी हमले में मारे गए थे। हालांकि, अमेरिका ने इनकी संख्या नहीं बताई थी।
साजिश पाकिस्तान के एक मदरसे में रची गई
– अफगानिस्तान के एक और डिप्लोमैट माजिद करार ने भी पाकिस्तान पर लग रहे आरोपों की सबूतों के साथ पुष्टि की। करार अमेरिका में अफगानिस्तान एम्बेसी के कल्चरल अटैची (सांस्कृतिक विभाग के प्रमुख) हैं।
– करार ने एक ट्वीट में कहा- काबुल के इंटरकॉन्टिनेंटल होटल पर हमले की साजिश पाकिस्तान के एक मदरसे में रची गई। मारे गए एक आतंकी के पिता अब्दुल कहार ने इसका खुलासा किया है।
– करार ने आगे कहा- आतंकियों के मारे जाने के बाद तलाशी में जो नाइट विजन गॉगल्स मिले हैं वो पाकिस्तान आर्मी इस्तेमाल करती है। यह ओपन मार्केट से नहीं खरीदे जाते। पाकिस्तान की आर्मी ने यह गॉगल्स ब्रिटिश कंपनी से खरीदे। बाद में इन्हें लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान को दिया गया। लश्कर कश्मीर में और तालिबान इन्हें अफगानिस्तान में इस्तेमाल कर रहे हैं।
तालिबान से बातचीत नहीं: ट्रम्प
– यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने काबुल में हुए फिदायीन हमले की निंदा की है और कहा है कि तालिबान को खत्म कर दिया जाएगा।
– एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “हम तालिबान पर मिलिट्री जीत को देख रहे हैं। मैं उनसे किसी भी तरह की बातचीत के बारे में नहीं सोचता। वहां एक अलग तरह की लड़ाई चल रही है।”
– “अफगानिस्तान में हर जगह मासूम लोग मारे जा रहे हैं। बच्चों पर बम गिराए जा रहे हैं।”
– ट्रम्प ने पिछले साल अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिक बढ़ाने का आदेश दिया था।
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Source: bhaskar international story