ऐसा होटल जहां नॉन-वेज डिशेस परोसी ही नहीं जातीं, दीवारों पर उनके चित्र भी उकेरे जाते हैं
बर्लिन. जर्मनी के एक होटल को सॉसेज (नॉन वेज व्यंजन) बेस्ड बनाया गया है। यानी इस होटल में नॉन-वेज केवल परोसा ही नहीं जाता, बल्कि आप रूम लेंगे तो उनकी दीवारों पर भी सॉसेज डिशेस के ही चित्र उकेरे गए हैं। सीलिंग पर भी सॉसेज के प्रकार लटकाए गए हैं। मालिक का दावा है कि यह दुनिया का पहला सॉसेज थीम्ड होटल है।
न्यूरेमबर्ग के रिटरबाख कस्बे में स्थित ब्रेटवुर्स्ट होटल के मालिक क्लॉज बोबेल हैं। उनके यहां चार पीढ़ियों से लोग मीट के कारोबार में थे। बोबेल कहते हैं कि शाकाहारी लोगों के लिए यह कोई बुरा सपना हो सकता है लेकिन नॉन वेजीटेरियंस को यहां काफी मजा आएगा।
होटल में सात कमरे हैं और दो कॉन्फ्रेंस स्पेस हैं। बोबेल कहते हैं कि मुझे यहीं रहना पसंद है। मैं इस जगह को छोड़कर नहीं जाना चाहता। मेरे परिवार में 19वीं शताब्दी से मांस का कारोबार हो रहा है।
बोबेल को होटल रेनोवेट करने में 7 लाख यूरो (करीब 5.69 करोड़ रुपए) का खर्च आया। होटल की दीवारों पर सॉसेज के लिए अन्य भाषाओं के शब्दों रूसी (कोल्बासा), जापानी (सोसेजी) और ग्रीक (लूकानिको) का भी इस्तेमाल किया गया है।
एक म्यूनिसिपल टूरिज्म अफसर जोर्ग रुक्रीगल कहते हैं कि सॉसेज होटल जैसे बिजनेस की आज काफी संभावनाएं हैं। इससे पुराना ट्रेंड लौटा है। हमारे यहां छोटे गांवों की संख्या काफी ज्यादा है। साथ ही काफी क्षेत्रीय व्यंजन भी हैं। छोटे व्यवसायी अपने उत्पादों से अच्छी साख बना सकते हैं।
एक टूरिस्ट जोविना स्पर्लिंग का कहना है कि होटल में मुझे गजब का अहसास हुआ। होटल से जाते वक्त उन्होंने विजिटर्स बुक में लिखा- मैं नाइजीरिया जाकर वैसा ही नॉन वेज बनाऊंगी, जैसा आपके यहां बना था।
होटल के मालिक बोबेल के मुताबिक, “जर्मन घरों में नॉन वेज फूड जमकर खाया जाता है, लेकिन 1991 के बाद से मीट की खपत में 8% की गिरावट हुई है। भोजन पर खर्च में मामूली वृद्धि के बावजूद जर्मनी में मासिक घरेलू खर्च का लगभग 10.6% है, जो फ्रांस में 13.2% और इटली में 14.2% है।”
यह पहली बार नहीं है जब बोबेल ने अपने ब्रांड का प्रचार करने की कोशिश की है। 2003 में वे वुर्स्टब्रीफ (सॉसेज लेटर) के नाम से वेक्यूम पैक्ड एनवलप में मीट को दोस्तों और परिवार को भेजते थे।
बोबेल ने होटल के ही रंग (हरे) की डिलीवरी वैन बनवाई है जिसे वुर्स्ट टैक्सी नाम दिया गया है। इसी से कस्टमर्स को ऑर्डर सप्लाई किया जाता है। इतना ही नहीं बोबेल ने ग्लोबल ऑनलाइन शॉप भी बनाई है जिसमें वह विदेशों में स्थित ग्राहकों को फूड मुहैया कराते हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story