अमेरिकी कंपनियां भारतीय स्टूडेंट्स को नहीं दे रहीं 1 से डेढ़ करोड़ का प्लेसमेंट
दिल्ली के नामी-गिरामी यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग और एमबीए के जॉब प्लेसमेंट ऑफर में कमी देखने को मिल रही है। यह कमी सबसे ज्यादा अमेरिकी कंपनियों की तरफ से दिए जाने वाले प्लेसमेंट पैकेज में आई है। विश्वविद्यालय के एजुकेशन एक्सपर्ट्स और प्लसमेंट एक्सपर्ट्स के मुताबिक इससे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की अमेरिका फर्स्ट नीति है। यही वजह है कि अमेरिका की कंपनियां पहले भारतीय स्टूडेंट्स को 1 से डेढ़ करोड़ का प्लेसमेंट ऑफर देती थीं, अब उन्होंने इससे हाथ खींच लिए हैं।
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Source: bhaskar international story