एलन मस्क ने जारी की स्टारशिप की तस्वीर, चंद्रमा और मंगल की सैर कराएगा रॉकेट
वाशिंगटन. स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क ने उस स्टारशिप हॉपर की तस्वीर जारी की है जो लोगों को चंद्रमा और मंगल की सैर कराएगा। मस्क ने कहा कि यह डिजाइन नहीं बल्कि टेक्सास में तैयार किए गए रॉकेट की वास्तविक तस्वीर है। टेक्सास में इसका पहला फ्लाइट टेस्ट कुछ समय बाद होने की उम्मीद है। मस्क ने टि्वटर पर गुरुवार देर रात यह तस्वीर पोस्ट की।
मस्क ने जो तस्वीर ट्वीट की, उसमें रॉकेट की चौड़ाई 8 मीटर (नौ गज) है। इसकी लंबाई औसत से कुछ कम है। इसे टेक्सास के बोका चीका में बनाया गया है। इस सब आर्बिटल रॉकेट का पहला फ्लाइट टेस्ट मार्च या फिर अप्रैल में हो सकता है। आर्बिटल रॉकेट का टेस्ट जून तक होगा। ये सुपर हेवी होगा।
स्पेस एक्स का कहना है कि दोनों स्टारशिप एक दिन लोगों को चंद्रमा और मंगल की सैर भी करा सकेंगे। ये लोगों को चंद्रमा के चारो तरफ का चक्कर लगवाने के साथ उसकी सतह पर भी उतार सकेंगे। ये लोगों को मंगल तक भी ले जा सकेंगे।
अभी स्पेस एक्स उन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सप्लाई मिशन लांच कर रहा है, जो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में रह रहे हैं। इसके लिए फाल्कन 9 रॉकेट के साथ ड्रैगन कार्गो कैप्सूल का इस्तेमाल किया जा रहा है। ड्रैगन क्रू कैप्सूल पर अभी काम चल रहा है।
शुक्रवार को जारी बयान में स्पेस एक्स ने कहा कि उसके पास फंड की कमी तो नहीं है, लेकिन 6000 स्टाफ में से 10 फीसद को हटाने पर विचार किया जा रहा है। कंपनी सैटेलाइट पर आधारित ब्राड बैंड सर्विस और लोगों को दूसरे ग्रह पर भेजने की योजनाओं को पूरा करना चाहती है। इस पर काफी खर्च आएगा, इसलिए कुछ प्रतिभाशाली कर्मियों को हटाया जा रहा है।
स्पेस एक्स की स्थापना एलन मस्क ने 2002 में की थी। इससे पहले वे टेस्ला और बोरिंग कंपनी के सीईओ रह चुके थे। मस्क की योजना लोगों को दूसरे ग्रहों तक ले जाने की है। कंपनी को नासा से 2.6 अरब डॉलर का कांट्रेक्ट भी मिला है। इसमें अंतरिक्ष यात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस सेंटर तक ले जाया जाता है। उनकी योजना रॉकेटों के री-साइकिलिंग की है।
स्पेस एक्स की योजना रॉकेट बूस्टर्स को पृथ्वी पर वापस लौटाकर लाने की है। अंतरिक्ष में सामान या फिर लोगों को छोड़ने के बाद बूस्टर्स वापस आ जाएंगे। इनका इस्तेमाल भविष्य की योजनाओं में फिर से किया जाएगा। इससे अंतरिक्ष मिशन का खर्च कम होगा। अभी कंपनी का फोकस सैटेलाइट भेजने पर है। शुक्रवार को केलीफोर्निया के वेंडेनबर्ग एयरफोर्स स्टेशन से 10 सैटेलाइटों भेजा गया। इन्हें फॉल्कन 9 रॉकेट से भेजा गया।
स्पेसएक्स ने अगस्त में स्पेस ट्रैवल का प्लान पहली बार सामने रखा था। 2022 तक मंगल पर रोबोटिक मिशन के तहत रॉकेट रवाना किया जाना है। उसके बाद मंगल पर यात्रियों की पहली फ्लाईट भेजी जाएगी। कंपनी 2017 से ही लोगों को चंद्रमा की सैर कराने के मिशन पर काम कर रही है। सितंबर में मस्क ने पहले चंद्रयात्री के तौर पर जापान के 42 वर्षीय अरबपति युसाकू मजवा के नाम की घोषणा की थी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story