चांद पर इंसान के कदम रखने की 50वीं सालगिरह पर 300 ड्रोन ने किया लाइट शो
वाशिंगटन. अमेरिका चांद पर चहलकदमी के 50 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इस मौके पर केनेडी स्पेस सेंटर पर 300 ड्रोन्स ने लाइट शो किया। ड्रोन शो को एम्स्टर्डम डिजाइन फर्म स्टूडियो ने किया। इसे फ्रैंचाइज फ्रीडम नाम दिया गया था।इसकी तस्वीरें और वीडियो अब वायरल हो रहा है। 20 जुलाई 1969 में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद पर पहली बार चहल-कदमी की थी।
शो के पहले अपोलो 11 के सफल टेक ऑफ और चांद पर इंसान को उतरते दिखाया गया। इसके बाद चांद की रोशनीके बीच अंधेरे में जुगनुओं की चमकते ड्रोन्स ने अनेक दृश्य रचे। इनमें कई आकृतियों तारों से प्रभावित थी।शो के दौरान ब्रिटिश न्यू वेव बैंड डुरान-डुरान का गाना ‘द यूनिवर्स अलोन’बजाया गया। बैंड‘हंगरी लाइक द वॉल्फ’के लिए खासा चर्चित हैं।
ड्रोन आर्केस्ट के परफार्मेंस पर बैंड के संस्थापक निक रोड्स ने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से मंत्रमुग्ध था। उन्होंने क्या शो बनाया है। मैंने इस तरह की तकनीक को कभी भी इतने भावनात्मक तरीके से इस्तेमाल होते नहीं देखा है। वह सच में कमाल था।”
अपोलो के कुल 11 मिशन में 33 अंतरिक्ष यात्री गए थे। इन में से 27 चांद तक पहुंचे। 24 ने चांद का चक्कर लगाया। लेकिन, सिर्फ 12 को ही चांद की सतह पर कदम रखने का मौका मिला। नासा का अनुमान है कि अपोलो मिशन से करीब 4 लाख लोग जुड़े हुए थे। इनमें चांद पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों से लेकर मिशन कंट्रोलर, ठेकेदार, कैटरर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, नर्सें, डॉक्टर, गणितज्ञ और प्रोग्रामर थे। करीब 53 करोड़ लोगों ने इस घटना को लाइव देखा था। यह उस वक्त की करीब 15 फीसदी आबादी थी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story