पेरिस में टॉपलेस होकर लड़की ने किया ट्रंप का विरोध, काफिले को रोकनी की कोशिश भी की, इस कार्यक्रम में भारत से उपराष्ट्रपति भी हुए थे शामिल
इंटरनेशनल डेस्क: पेरिस में फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के सौ साल पूरे होने पर पेरिस के ऐतिहासिक 'आर्क दे त्रायोंफ' में आयोजित कार्यक्रम में यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू समेत विश्व के कई नेता शामिल हुए। इस दौरान ट्रंप को विरोध का सामना भी करना पड़ा, एक लड़की ने टॉपलेस होकर सिक्युरिटी घेरा तोड़कर ट्रंप के पास जाने की कोशिश की हालांकि सिक्युरिटी गार्ड्स ने उसे रोक दिया।
ट्रंप का विरोध क्यों?
जब डोनाल्ड ट्रंप का काफिला आ रहा था तो एक टॉपलेस प्रदर्शनकारी ने सुरक्षा घेरा तोड़कर ट्रंप के नजदीक जाने की कोशिश की, लड़की ने अपने शरीर पर 'फेक' और 'पीस' शब्द छपवा रखे थे। नारीवादी समूह फेमेन की नेताओं में एक इना शेवचेंको ने इस बात की पुष्टि की है कि उनका समूह इस प्रदर्शन में शामिल था। एक दूसरी ऐक्टिविस्ट ने बताया कि उनका संगठन पेरिस में ऐसा नेताओं की मौजूदगी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था जो दुनिया के अधिकतर संघर्षों के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने ट्रंप के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन का भी नाम लिया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों की वजह से ट्रंप का काफिला थोड़े समय के लिए ठहर भी गया।
कहां हुआ कार्यक्रम?
फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमनुएल मैंक्रो, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दर्जनों विश्वनेता प्रथम विश्वयुद्ध युद्धविराम दिवस शताब्दी कार्यक्रम में शामिल हुए, आर्क दे त्रायोंफ युद्ध स्मारक के तल पर आयोजित कार्यक्रम से1914 से 1918 तक चार साल तक चले प्रथम विश्वयुद्ध के खत्म होने की 100वीं जयंती कार्यक्रम का समापन हो गया. इस युद्ध में एक करोड़ 80 लाख लोगों की जानें गईं जिनमें अनेक भारतीय सैनिक थे।
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Source: bhaskar international story