110 साल पुराने पेड़ को लाइब्रेरी बनाया, सोशल मीडिया पर इसकी फोटो एक लाख बार शेयर की गई
वॉशिंगटन. अमेरिका के इडाहो में रहने वाली एक महिला शार्ली आर्मिटेज होवार्ड (42) ने घर के बाहर लगे 110 साल पुराने कॉटनवुड के पेड़ को लाइब्रेरी में बदल दिया। इस काम में उन्हें कुछ महीने लगे। होवार्ड अपनी इस अनोखी लाइब्रेरी से लोगों को किताबें मुफ्त में देती हैं। शार्ली ने इस लाइब्रेरी की फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। फोटो को एक लाख बार शेयर किया गया और इस पर 13 हजार कमेंट आए।
पेड़ शार्ली के घर के बाहर ही लगा है। वह इतना मृतप्राय हो चुका था कि उसकी टहनियां बीते 10 साल से घर के बगीचे में गिर रही थीं। एक बार पेड़ से उनके बेटे की कार का एक्सीडेंट हो गया जिसमें हजारों का खर्च आया। उसी वक्त उनके मन में पेड़ से कुछ अलग करने का विचार आया।
शार्ली एक स्थानीय लाइब्रेरी में काम करती हैं। उन्हें किताबों का शौक है। घर के बाहर लगे पेड़ से उनका लगाव है। उन्होंने पेड़ को नई जिंदगी देने के बारे में सोचा। पेड़ के लिए क्या करना चाहिए, इसको लेकर शार्ली के मन में कोई विचार नहीं था। इसके लिए पड़ोसियों से लेकर इंटरनेट पर लोगों से राय देने के लिए कहा।
बातचीत के दौरान ही उन्हें पेड़ में लाइब्रेरी बनाने का विचार आया। उन्होंने खास तरीके से पेड़ को कटवाया ताकि उसमें किताबें रखी जा सकें। शेल्फ को बंद करने के लिए उसमें एक सुंदर दरवाजा भी लगाया। तने के ऊपर छत लगाई। लाइब्रेरी के अंदर लाइटिंग की व्यवस्था की। सुंदरता बढ़ाने के लिए पेड़ पर लालटेन भी टांगी।
शार्ली ने अपनी लाइब्रेरी की फोटो को दिसंबर में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इसे एक लाख से ज्यादा बार शेयर किया गया और 13 हजार से ज्यादा लोगों के कमेंट्स आए। लोग अभी भी उनसे इस तरह की लाइब्रेरी बनाने का तरीका पूछ रहे हैं।
मैरीलैंड की एक महिला ने लिखा, “क्या सच में ऐसी लाइब्रेरी बन सकती है?” न्यूयॉर्क के एक महिला ने लिखा, “एक अन्य दुनिया में ले जाने के लिए यह नए पोर्टल की तरह है। दुनिया को सुंदर बनाने के लिए आपका शुक्रिया।”
शार्ली कहती हैं- मैं आश्चर्यचकित हूं कि कई महीनों से लोग मुझे सुन रहे हैं और काम की तारीफ कर रहे हैं। कुछ नया करने के जुनून के चलते ही यह सब हो पाया। इसमें प्रकृति, किताबें, लाइब्रेरी और ऐसे लोग शामिल हैं जो लोगों की उनके काम को लेकर तारीफ करते हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story