ट्रम्प ने किया प्रवासी के हाथों मारे गए भारतवंशी पुलिसकर्मी का जिक्र
वॉशिंगटन. मैक्सिको सीमा पर दीवार की मांग को लेकर अमेरिकी सरकार पिछले दो हफ्तों से आंशिक हड़ताल पर है। शुक्रवार को इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अवैध प्रवासी के हाथों मारे गए भारतीय मूल के पुलिसकर्मी रोनिल सिंह का उदाहरण दिया। ट्रम्प ने कहा कि बाहरी लोगों के अमेरिका में घुसने की वजह से देशवासी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में अमेरिका को खतरे से दूररखने के लिए हमें अपने बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ानी होगी।
कैलिफोर्निया के रहने वाले रोनिल सिंह की 26 दिसंबर को मैक्सिको के एक अवैध प्रवासी ने हत्या कर दी थी। रोनिल ट्रैफिक स्टॉप पर ड्यूटी दे रहे थे जब गुस्तावो पेरेज ने मैक्सिको की तरफ भागते हुए उन्हें गोली मारी थी। ट्रम्प ने गुरुवार को ही रोनिल के पत्नी और उनके साथियों से बात की थी। राष्ट्रपति ने बताया कि रोनिल एक बेहतरीन युवक थे, जिसे सिर्फ इसलिए मार दिया गया, क्योंकि वे एक आदमी को गलत तरीके से सीमा पार करने से रोक रहे थे।
ट्रम्प ने कहा- “हर साल अमेरिका में लाखों लोग आते हैं। एक तरह से हम सबसे दयालु राष्ट्र हैं। लेकिन फिर भी हमें अमेरिकियों को सुरक्षित रखने के लिए कानून के तहत चलना पड़ता है। हमें उस सिस्टम को भी बनाए रखना पड़ता है जिसके जरिए रोनिल सिंह जैसे लोग अमेरिका अपना सपना पूरा करने आते हैं। लेकिन वो सपना सिर्फ इसलिए खत्म हो गया क्योंकि हमारे पास सुरक्षित सीमाएं नहीं हैं। हम अब यह आगे नहीं होने देंगे।”
शटडाउन पर राष्ट्रपति की रिपब्लिकनऔर विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी की चर्चा जारी है। शुक्रवार को सांसदों से चर्चा के बाद एक पत्रकार के सवाल पर ट्रम्प ने कहा कि अगर जरूरत हुई तोराष्ट्रपति पद की ताकतों का इस्तेमाल करते हुए संसद के नियमों को दरकिनारआपातकाल का ऐलान कर सकते हैं। इससे दीवार जल्दी बन जाएगी। यह अपना काम करने का दूसरा तरीका है।”
दरअसल, ट्रम्प ने अमेरिकी संसद (कांग्रेस) से दीवार बनाने के लिए 5.7 अरब डॉलर (करीब 40 हजार करोड़ रु.) की मांग की थी। हालांकि, फंडन मुहैया कराने के बाद ट्रम्प ने किसी भी तरह के विधेयक पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था।
सरकार का कामकाज नहीं होने की वजह सेकई मंत्रालयों और विभागों का बजट अटका है। देशभर के करीब 8 लाख कर्मचारी 22 दिसंबर से बिना तनख्वाह के छुट्टी पर हैं। इसके अलावा अमेरिका में नीतिगत फैसलों पर भी असर पड़ रहा है।
व्हाइट हाउस में मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रम्प ने कहा,“अगर जरूरी हुआ तो फेडरल एजेंसियों को सालों तक बंद रखा जा सकता है। मुझे अपने इस कदम पर गर्व है। असल में यह एक शटडाउन नहीं बल्कि अपने देश के फायदे और सुरक्षा के लिए जरूरी है।”
गुरुवार कोही अमेरिकी संसद के निचले सदन‘हाउस ऑफ रिप्रेंजेटेटिव्स’ ने हड़ताल खत्म करने के लिए विधेयक पास किया है। दरअसल, नवंबर में हुए मध्यावधि चुनाव के बाद नए साल पर डेमोक्रेट सांसदों की संख्या बढ़ी है। हालांकि, माना जा रहा है कि राष्ट्रपति ट्रम्प इस विधेयक पर वीटो लगा सकते हैं।
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Source: bhaskar international story