अलकायदा के लिए अभी भी अफगानिस्तान सुरक्षित स्थान, संगठन को जवाहिरी की सेहत की चिंता: यूएन
न्यूयॉर्क.आतंकवादी संगठन अलकायदा ने पाकिस्तान स्थित संगठन लश्कर-ए-तैयबा और हक्कानी नेटवर्क के साथ संपर्क और सहयोग बना रखा है।संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक,संगठन का रूख लचीला जरूर मगर सक्रिय है। दरअसल, संगठन कोअलकायदा के नेता ऐमान मोहम्मद अल-जवाहिरी की सेहत को लेकर चिंता है। उसे संदेह है कि जवाहिरी के उत्तराधिकारी कैसे काम करेंगे।
जुलाई मेंप्रतिबंध निगरानी दल ने 24वीं रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रखी। यह संस्था हर छह महीने में इस्लामिक स्टेट, अलकायदा और इसके सहयोगी संगठनों और समूह आदि से संबंधित स्वतंत्र रिपोर्ट जमा करती है।
रिपोर्ट के अनुसार, अलकायदा अपने नेता के लिए अफगानिस्तान को अभी भी सुरक्षित स्थान मानता है।यहां तालिबान से उसके संबंध मजबूत रहे हैं। तालिबान की पनाह में अलकायदा नेबदख्शां प्रांत,सिंहनान प्रांत, बरमल और पक्तिका प्रांत में मजबूत जगहबनाई।
रिपोर्ट के मुताबिक- अलकायदा, लश्कर-ए-तैयबा और हक्कानी नेटवर्क के साथ संपर्क में है। अलकायदा के सदस्य तालिबानी सेना और धार्मिक नेताओं के आदेश पर नियमित तौर पर कार्य करते हैं। अलकायदा की वित्तीय स्थिति के मुकाबले आईएसआईएस ज्यादा शक्तिशाली है। यह वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है।
इस रिपोर्ट में श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए आतंकी हमले में मारे गए 258 लोगों का उल्लेख भी किया गया। आईएसआईएस नेइस हमले की जिम्मेदारी ली मगर इसके बाद भी कोई संबंध जाहिर नहीं हुआ। न इसकी पहले कोई जानकारी मिल पाई थी।दक्षिण एशिया में इसकी बढ़ती गतिविधियां चिंता का विषय बना हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक,अलकायदा के सहयोगी संगठन इदलिब, सीरिया, यमन, सोमालिया और पश्चिमी अफ्रीका के अधिकतर हिस्सों पर आईएसआईएस से भी अधिक मजबूत है। स्थानीय स्तर पर हिंसक घटनाएं और हमले आईएस के विचारों से प्रेरित रहे हैं। ऐसे हमले आईएस कीईमेज को बेहतर करने का प्रयास है,क्योंकि इराक और सीरिया में इसे हार का सामना करना पड़ा है।
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Source: bhaskar international story