सात घंटे तक स्पेसवॉक, कैमरा बदला, रोबोटिक आर्म भी ठीक की
इंटरनेशनल डेस्क. नासा के अंतरिक्ष यात्रियों ‘एक्सपेडिशन-53’ के कमांडर रैंडी ब्रेस्निक और फ्लाइट इंजीनियर जोए अकाबा ने शुक्रवार को फिर स्पेस वाक की। यह स्पेस वाक अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के बाहर छह घंटे 49 मिनट तक चली। दोनों ने इस दौरान आईएसएस के रोबोटिक आर्म को दुरुस्त किया और जले हुए फ्यूज को बदलकर नया हाई डेफिनिशन कैमरा लगाया। स्पेसवॉक सुबह 7.47 बजे शुरू हुई थी और दोपहर करीब 2.36 पर खत्म हुई। 15 दिन में यह तीसरा मौका है जब नासा के एस्ट्रोनॉट्स ने स्पेसवॉक की है। इससे पहले यात्रियों ने 5 अक्टूबर और 10 अक्टूबर को स्पेसवॉक की थी। तैरते हुए सही किया कैमरा…
– दोनों ने अंतरिक्ष में तैरते हुए स्टेशन की ‘कैंडार्म-2’ रोबोटिक आर्म में पांच अक्टूबर को लगाए गए कैमरा सिस्टम को बदला है।
– साथ ही रोबोटिक आर्म में लगे एंड इफेक्टर की मरम्मत की। उसमें एक नया रोडियेटर ग्रैपल बार भी लगाया।
– ब्रेस्निक का यह पांचवां स्पेसवॉक था। जबकि अकाबा ने तीसरी बार चहलकदमी की।
– नासा के अंतरिक्ष यात्रियों ने नाइट्रोजन युक्त जेटपैक पहना हुआ था। यह जेटपैक उन्हें वापस स्टेशन की ओर पहुंचने में मदद करते हैं।
– अंतरिक्ष स्टेशन पर अगली गतिविधि 11 नवंबर को होगी। जबकि अगले साल जनवरी में भी स्पेसवॉक की उम्मीद की जा रही है।
– सबसे लंबी स्पेसवॉक का रिकॉर्ड नासा के एस्ट्रोनॉट जिम वॉस के नाम है। उन्होंने 18 मार्च 1965 में 8 घंटे 85 मिनट वॉक की थी।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Source: bhaskar international story