खशोगी का शव पहले एसिड से गलाया गया, फिर नाली में बहा दिया : रिपोर्ट
अंकारा. तुर्की के एक अखबार ने दावा किया है कि वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद उनका शव छोटे-छोटे टुकड़े करकेएसिड में डालकर गला दिया गया। इसके बाद हत्यारों ने उसे नाली में बहा दिया। सूत्रों के मुताबिक, जांच टीम ने सऊदी दूतावास की नालियों के सैंपल लिए हैं, जहां एसिड के निशान भी मिले हैं।
खशोगी तुर्की में रहने वाली अपनी मंगेतर हेटिस सेंगीज से निकाह करना चाहते थे। इसकी अनुमति के लिए वे 2 अक्टूबर को दस्तावेज लेने इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के दूतावास गए थे, लेकिन वहां से नहीं लौटे।
सऊदी अरब के नागरिक रहे खशोगी वॉशिंगटन पोस्ट के लिए लिखते थे। उनके सऊदी के शाही परिवार से अच्छे रिश्ते थे, लेकिन बीते कुछ महीनों से वे प्रिंस सलमान के खिलाफ लिख रहे थे। 1980 के दशक में खशोगी ने ओसामा बिन लादेन का इंटरव्यू भी लिया था।
खशोगी के लापता होने के बाद सऊदी अरब ने पहली बार 20 अक्टूबर को पत्रकार की हत्या होने की बात कबूल की थी। 2 अक्टूबर से सऊदी के अधिकारी बार-बार दावा कर रहे थे कि खशोगी दूतावास से सही-सलामत बाहर निकले थे।
हत्या कबूलने के बाद सऊदी अरब की सरकार ने कहा कि शुरुआती जांच के बाद पांच उच्च अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। वहीं, 18 को गिरफ्तार किया गया।
बर्खास्त किए जाने वालों में क्राउन प्रिंस सलमान मोहम्मद बिन सलमान के सलाहकार सऊद अल-क्वहतानी और डिप्टी इंटेलिजेंस चीफ मेजर जनरल अहमद अल-असीरी भी शामिल हैं।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तयिप एर्दोगान का दावा था कि इस मर्डर को अंजाम देने के लिए सऊदी से 15 सदस्यों की एक टीम 2 अक्टूबर को ही इस्तांबुल आई थी। एर्दोगन ने कहा कि तुर्की की सिक्योरिटी सर्विस के पास इसके पर्याप्त सबूत भी हैं।
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Source: bhaskar international story