रमजान के महीने की गणना के लिए बनेगा नया कैलेंडर, लेकिन मौलवी नाराज
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत की गणना को लेकर विवाद छिड़ गया है। पाकिस्तान में पांच सदस्यों की समिती बनाई गई है जो रमजान, ईद उल फितर, ईद उल जुहा और मोहर्रम की तारीखों के लिए अगले पांच सालों के लिए 100 फीसदी सटीकता के साथ एक कैलेंडर तैयार करेगी। इसी मामले पर पांच मई को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने एक वीडियो ट्वीट करसमिति के गठन का जिक्र किया था। अब समिति गठित होने के बाद पाकिस्तानमें चांद देखने वाली समिति के प्रमुख ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा किमंत्री को अपनी हद में रहना चाहिए। उन्हें धार्मिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए।
पाकिस्तान में मंत्री फवाद चौधरी ने 5 मई को एक वीडियो ट्वीट कर कहा था, “हर साल रमजान, ईद उल फितर, ईद उल जुहा और मोहर्रम पर चांद देखने की तारीख को लेकर विवाद होता है। पुरानी तकनीक के टेलीस्कोप से तारीख की गणना की जाती है। जब आधुनिक तकनीक उपलब्ध है और उसका सहारा क्यों नहीं लिया जाए?”
मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था, “उनका मंत्रालय मौसम वैज्ञानिकों और पाकिस्तान की अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिकों के साथ एक समिति का गठन करेगा, जो अगले पांच साल के लिए 100 फीसदी सही तारीखों की गणना करेगा।”
“कैलेंडर बनाकर हम मंत्रिमंडल के सामने रखेंगे। वो इसे अपना सकते हैं या खारिज कर सकते हैं। उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि देश को कैसे चलाया जाए। इसे मौलवियों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। युवा और तकनीक ही देश को आगे ले जा सकते हैं।”
चांद देखने वाली समिति के प्रमुख मुफ्तीमुनीब-उर-रहमान ने फवाद चौधरी को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वो अपनी हद में रहें।
कराची में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुफ्तीने कहा कि हम प्रधानमंत्री इमरान खान से कहते हैं कि संबंधित मंत्री ही धर्म के बारे में बात करे। जो मंत्री धर्म की संवेदनशीलता को नहीं समझता है, उसे धार्मिक मामलों पर टिप्पणी करने की छूट नहीं मिलनी चाहिए।
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Source: bhaskar international story