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हाउसिंग कंपनी डोमनुमा इकोफ्रेंडली घर बना रही; ये भूकंप, आग और आंधी-तूफान से बेअसर रहेंगे



वॉशिंगटन. अमेरिका केसिएटल शहर की जियोशिप कंपनी ने ऐसे घर बना रही है जो इको-फ्रेंडली तो हैं ही, साथ ही इन पर किसी आपदा का असर नहीं होता है। कंपनी ने बीते एक दशक के दौरान आई आपदाओं और उनसे हुए नुकसान को एनालिसिस करने के बाद इन्हें तैयार किया है। शिविरनुमा इन घरों पर आंधी-तूफान, आग-पानी और भूकंप आदि का कोई असर नहीं होता। इस तकनीक को ईजाद करने वाले इंजीनियर मॉर्गन बायर्सचेंक हैं। वे बायोसेरेमिक से डोम को बनाते हैं।

बायोसेरेमिक खनिजों से बनने वाला लचीला पदार्थ है। यह बड़े शहरों के जल शोधन संयंत्र (वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट) से मिल जाता है। इस अपशिष्ट पदार्थ का इस्तेमाल बीते कुछ दशकों से कृत्रिम हडि्डयां और दांतों को बनाने में किया जा रहा है। मॉर्गन इसी को घर बनाने इस्तेमाल करते हैं। बायोसेरेमिक से बने यह घर न केवल रसायन मुक्त हैं, बल्कि यह इतने मजबूत हैं कि इन तेज हवाओं का भी असर नहीं होता। भूकंप के दौरान भी ये सुरक्षित रहते हैं। इन पर 1482 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान का असर नहीं होता।

  1. जियोशिप ने विश्लेषण में पायाकि पिछले 10 सालों में लोगों में बेहतर घर की तलाश बढ़ी है। लोग कम बजट में घर खोज रहे हैं, भले ही वह छोटे हों। छोटे घरों का फायदा यह होता है कि यह भूकंप के दौरान जल्दी नहीं गिरते। इसी आइडिया के आधार पर बीते दो साल से जियोशिप इस तरह डोमनुमा घर बना रही है।

  2. दुनिया की सैर करने के बाद इंजीनियर मॉर्गन बायर्सचेंक अमेरिका आए। वे अपने भाईयों की मदद से घर को दोबारा ठीक कर रहे थे तब मॉर्गन ने भाइयों से सवाल किया, आखिर हम इस तरह घर क्यों बना रहे हैं, क्योंकि लड़की और ईंट, कॉन्क्रीट से तो बीते 100 साल लोग घर बना रहे हैं।

  3. इसके बाद मॉर्गन ने घर का सही डिजाइन सोचा और बायोसेरेमिक से नया और बेहतर डोम बनाया। इसकी प्रेरणा बायर्सचेंक ने 1970 के दशक में शुरू हुई डोम क्रांति के डिजाइन से ली। बीते दो सालों में मॉर्गन जियोशिप कंपनी के लिए बतौर स्टार्टअप डोम बना रहे हैं। बायोसेरेमिक से बने डोम में लकड़ी और ईंट, कॉन्क्रीट और सीमेंट का इस्तेमाल नहीं होता। फिलहाल जियोशिप डोम के साइज के अनुसार कीमत 39 लाख रुपए से लेकर 1 करोड़ 78 लाख रुपए के बीच है।

  4. कंपनी का दावा है कि डोम को खरीदकर लोग घरों की कीमत पर खर्च होने वाली रकम का 50% तक बचा सकते हैं। जियोशिप बड़े पैमाने पर डोम घरों का निर्माण कर रही है। डोम के मटेरियल को कंटेनर में भर निर्माण साइट भी पहुंचाया जा सकता है। जहां कुछ ही दिनों इसे तैयार किया जा सकता है। इसके अलावा इन्हें स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने की भी कंपनी सुविधा भी देती है।

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      डोम घर।


      These dome houses are not only chemical-free, resilient in strong winds, unlikely to fall apart in earthquakes

      Source: bhaskar international story

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