किचन में हुई एक गलती ने 56 साल के शख्स की किस्मत चमका दी, रेस्तरां का साझेदार बन गया
दक्षिण कैरोलिना (अमेरिका).दक्षिण कैरोलिना के चार्ल्सटन के रहने वाले स्टीफन डेअर्नो को 2017 में अपने माता-पिता की खराब सेहत की वजह से अपना घर छोड़कर शहर में शिफ्ट होना पड़ा। कोस्ट गार्ड से रिटायर हुए 56 साल केस्टीफन के पास अपार्टमेंट में रहने लायक पैसानहीं था।उसके माता-पिता का घर बहुत ही छोटा था। इसलिए उसने बेघरों के लिए बने शेल्टर होम मेंशिफ्ट होने का फैसला किया।
संयोग से एक सामाजिक कार्यकर्ता ने उसे वन-80 प्लेस नाम के आश्रयघर में जगह दिला दी। यहां पर रहने वाले लाेगों को रोजगार की ट्रेनिंग देने की भी व्यवस्था थी। स्टीफन ने यहां पर कुकिंग की ट्रेनिंग लेने का फैसला किया। उसे वैसे भी बचपन से ही खाना पकाने का शौक था।
छाछ की जगह गलती से क्रीम डाल दी
- अपने यहां काम सीखने वालों को अनुभव दिलाने के लिए इस शेल्टर होम ने एक लोकल फूड और वाइन फेस्टिवल आयोजित करने वाले से समझौता किया हुआ था।यहां पर एक रेस्तरां के मालिक रोलैंड फील्डमैन की नजर स्टीफन पर पड़ी। उसे उसका मिलनसार स्वभाव अच्छा लगा। उसकी सफेद और काली ड्रेस की वजह से वह उसे रेवरेंड पुकारता था। रोलैंड ने उसे अपने यहां नाैकरी दे दी।
- पिछले नवंबर में स्टीफन से ऐसी गलती हुई, जिसने उसकी किस्मत को ही चकमा दिया। कॉर्नब्रेड बनाते समय उसने इसमें छाछ की जगह गलती से क्रीम डाल दी। उसे लगा कि इस गलती के लिए उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा, लेकिन रोलैंड ने उसे कहा कि इस घोल को वह ओवन में लगा दे और देखते हैं कि क्या बनता है। जब क्रीम से बनी इस कॉर्नब्रेड को बाहर निकाला गया तो यह न केवल पहले से ज्यादा मुलायम थी बल्कि इसका स्वाद भी बढ़ गया था। उसके साथियों ने भी जब इसे चखा तो वे हतप्रभ रह गए कि कॉर्नब्रेड इतनी स्वादिष्ट कैसे बनी।
साझीदार बनने का ऑफर मिल गया:रोलैंड तो इतना खुश हुआ कि उसने स्टीफन को अपना साझीदार बना लिया और अब वे रेवरेंड कॉर्नब्रेड के मालिक हैं। स्टीफन ने इसके बावजूद उस जगह को नहीं भुलाया जहां से उसे यह मौका मिला। वह अब नियमित तौर पर उस शेल्टर होम में कुकिंग सिखाने जाता है और अपने फूड ट्रक में वहां रहने वालों के लिए गर्म खाना ले जाता है। इसके अलावा उसका अपना घर भी हो गया है। वह अपने माता-पिता का भी पूरा ध्यान रखता है।
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Source: bhaskar international story