मानव इतिहास में पहली बार कार्बन डाइऑक्साइड खतरनाक स्तर पर पहुंची
वाशिंगटन. संयुक्त राज्य अमेरिका के वैज्ञानिकों का कहना है कि वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। हवाई के मौना लोआ ऑब्जर्वेटरी के आंकड़े के मुताबिक, कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 415.26 पार्ट्स पर मिलियन (पीपीएम) से ज्यादा हो गया है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लगातार वृद्धि से वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ गई है। मैना लोआ ऑब्जर्वेटरी 1950 से वायुमंडल में कार्बन डाईआक्साइड के स्तर का पता लगा रही है।
मौसम वैज्ञानिक इरिक हॉलथस ने सोमवार को अपने ट्वीट में कहा कि मानव इतिहास में यह पहली बार है जब कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 415 पीपीएम से ज्यादा है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
पिछली बार वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा सबसे अधिक 30 लाख साल पहले था। पोट्सडैम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट इंपैक्ट रिसर्च के वॉल्फगैंग लंच्ट ने कहा कि इस आंकड़े से पता चलता है कि हम अभी भी जलवायु की रक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। हम सही दिशा में काम नहीं कर रहे हैं। हर साल यह संख्या बढ़ती ही रहेगी। इसे स्थिर करने की जरूरत है।
स्क्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशियनोग्राफी के निदेशक राल्फ कीलिंग ने कहा कि अलनीनो की वजह से यह आंकड़ा इस साल बढ़ेगी। 2015 में हुआ पेरिस समझौता वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी को 2 डिग्री सेल्सियस से कम रखने और संभव हो तो 1.5 डिग्री सेल्सियस तक रखने की कोशिश से जुड़ा है।
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Source: bhaskar international story