यहां हर मिनट में पहुंच रहे सैकड़ों रोहिंग्या मुस्लिम, ऐसे भयानक हो चुके हालात

रेडिएशन के खतरे के मद्देनजर जहां दुनिया भर में न्यूक्लियर प्लांट्स की संख्या कम करने की मांग चारों ओर से उठ रही है। वहीं, आर्मेनिया की सरकार ने अपने मेत्सामोर न्यूक्लियर प्लांट्स की समय सीमा अगले 10 साल के लिए और बढ़ा दी है। बता दें, ‘वर्ल्ड न्यूक्लियर ऐसोसिएशन’ की रिपोर्ट (2011) में ही इसे दुनिया का सबसे खतरनाक न्यूक्लियर प्लांट्स बताया गया था।

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Source: bhaskar international story