अगर अमेरिका हमारा तेल निर्यात रोकता है तो खाड़ी देशों से भी सप्लाई नहीं होने देंगे : ईरान
जेनेवा. ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ईरान का तेल निर्यात नहीं रोक पाएगा। अगरऐसा होता है तो गल्फ देशसमुद्र के रास्ते होने वाली तेल की सप्लाई रोक देंगे।
अमेरिका ने परमाणु ईरान पर प्रतिबंध लगाया था, जो 4 नवंबर से लागू हो चुका है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उनका लक्ष्य ईरान के तेल निर्यात को पूरी तरह रोकना है, जिससे ईरान के मिसाइल प्रोग्राम पर रोक लग सके।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा, ‘‘अमेरिका को पता होना चाहिए कि हम तेल बेच रहे हैं और यह हम जारी रखेंगे। वे हमारा तेल निर्यात नहीं रोक पाएंगे। अगर अमेरिका तेल निर्यात रोकने के लिए कदम उठाता है तो गल्फ से भी तेल का निर्यात नहीं किया जाएगा।’’
मई 2015 के मल्टीनेशनल परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग करने के बाद ट्रम्प ने ईरान के बैंकिंग और पेट्रोलियम सेक्टर पर प्रतिबंध लगाया था, जो 4 नवंबर से लागू हो गया। ट्रम्प ने चेतावनी दी थी कि प्रतिबंध के बाद ईरान से तेल खरीदने वाले देशों पर भी कार्रवाई होगी।
अमेरिका ने अन्य देशों को चेतावनी दी थी कि अगर वे ईरान से तेल आयात जारी रखते हैं तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, 4 नवंबर के बाद अमेरिका ने भारत, चीन समेत आठ देशों को ईरान से तेल आयात करने की मंजूरी दे दी थी।
चीन के बाद ईरान का दूसरा सबसे बड़ा क्रूड खरीदार भारत है। 2017-18 में इसने ईरान से 2.26 करोड़ टन क्रूड खरीदा था। इस साल तेल का आयात 3 करोड़ टन तक ले जाने का लक्ष्य था, लेकिन प्रतिबंध लगने के खतरे के चलते भारत 1.5 करोड़ टन पर सहमत हो गया था।भारत अपनी जरूरत का 80% तेल आयात करता है। भारत के लिए ईरान तीसरा बड़ा क्रूड सप्लायर है। पहला नंबर इराक और दूसरा नंबर सऊदी अरब का है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story