आल्प्स पर्वत पर माइनस 12 डिग्री तापमान पर म्यूजिक फेस्टिवल, बर्फ से बने वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल
वाल डी सोल. इटली के आल्प्स पर्वतों परसर्दी के दौरान जहां लोगों का रहना मुश्किल हो जाता है, वहीं एक बैंड के लिए यह मौसम सालभर की अपनी सबसे अच्छी परफॉर्मेंस देने का होता है। अमेरिका के रहने वाले टिम लिनहार्ट पिछले 16 सालसे आल्प्स में आइस ऑर्केस्ट्रा चला रहे हैं। कुछ स्थानीय संगीतकारों और बर्फ से बने वाद्य यंत्रों की मदद से वे बर्फबारी के दौरान भी लोगों को अपने शो की तरफ खींच लेते हैं।
टिम का कहना है कि जब वे पहली बार अमेरिका के न्यू मैक्सिको से इटली पहुंचे तो स्की रिसॉर्ट पर बर्फ से कलाकृतियां बनानी शुरू कीं।इसी दौरान उन्हें ख्याल आया कि बर्फ से एक बेहतरीन वाॅयलिन भी बनाया जा सकता है।
पहली बार जब बर्फ का वॉयलिन बना तो उसे बजाने पर जो आवाज आई वो लकड़ी के बने वाॅयलिन से भी साफ थी। हालांकि, उनमें आवाज काफी कम थी। ऐसे में वॉयलिन से तेज आवाज निकालने के लिए उन्होंने तारों को मजबूती से बांध दिया। इससे वॉयलिन एक तेज धमाके से फट गया।
टिम का कहना है कि इससे उनका हौसला टूटने के बजाय और ज्यादा बढ़ गया। आने वाले कई सालों तक उन्होंने बर्फ से अलग-अलग म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट बनाए और आखिरकार सभी को सफलतापूर्वक बजाना भी शुरू किया।
टिम आल्प्स पर मौजूद इग्लू (बर्फ के बने घर) में परफॉर्म करते हैं। करीब 2600 मीटर की ऊंचाई पर दबाव काफी कम होता है। इसके चलते बर्फ के बने नाजुक वाद्य यंत्र कई बार धमाके के साथ फट जाते हैं। हालांकि, समय के साथ टिम और उनके बैंड ने इन्हें बजाने का सही तरीका सीख लिया है।
बैंड के कलाकारों ने अपनी जरूरत के हिसाब से बर्फ के वाॅयलिन, वॉयला, तिमापानी ड्रम सेट, जायलोफोन, मैंडोलिन और डबल बेस के सेट बनाए हैं। जहां एक मेंडोलिन को बनाने में पांच से छह दिन का समय लगता है, वहीं बड़े वाद्य यंत्रों को बनाने में महीनों लग जाते हैं।
टिम के मुताबिक, बर्फ के वाद्य यंत्र काफी साफ आवाज पैदा करते हैं। साथ ही इसे कभी भी बनाया जा सकता है। हालांकि, तापमान बढ़ने पर यह गलना शुरू हो जाते हैं,जो कि इनके इस्तेमाल की एकमात्र परेशानी है। हालांकि, इग्लू के अंदर ठंड में यह काफी लंबे समय तक चलते हैं।
बर्फ के बने वाद्य यंत्र काफी भारी भी होते हैं। ऐसे में इन्हें उठाना संभव नहीं। इसलिए संगीतकार इन्हें मोटे स्टील केबल की मदद से इग्लू की छत से बांध देते हैं। म्यूजिक शो खत्म होेने के बाद सभी वाद्य यंत्रों को इग्लू की दीवारों में छेद कर गाड़ दिया जाता है।
टिम हर साल गर्मियों का सीजन अपनी पत्नी और बेटे के साथ स्वीडन में बिताते हैं। इस दौरान वे अपना ज्यादातर समय गार्डनिंग और कलाकृतियां बनाते हुए बिताते हैं। इस दौरान बर्फ के बने वाद्य यंत्रों को जमने के लिए फ्रीजर में छोड़ दिया जाता है। हर साल सर्दी के मौसम संगीतकार इटैलियन आल्प्स पर इकट्ठा होते हैं और म्यूजिक फेस्टिवल की तैयारियों में जुट जाते हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story