इमरान के आरोप पर भारत का जवाब- पाक के मंत्री आतंकियों के साथ मंच पर बैठना छोड़ें, तब होगी शांति वार्ता
नई दिल्ली. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा लगाए गए शांति वार्ता अस्वीकार करने के आरोपों पर भारत ने पलटवारकिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के मंत्री खुलेआम अंतरराष्ट्रीय स्तर के आतंकियों के साथ लगातार मंच साझा कर रहे हैं। जब ये मंत्री आतंकियों के साथ मंच पर बैठना छोड़ देंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे, तभी शांति वार्ता संभव है।
मीडिया ब्रीफिंग में रवीश कुमार ने पाक के आरोप पर उलटा उसी से सवाल पूछते हुए तंज कस दिया। रवीश ने पूछा, ‘आपके मंत्री अंतरराष्ट्रीय स्तर के आतंकियों के साथ लगातार सार्वजनिक मंच शेयर करते नजर क्यों आते हैं?’
उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसे कई मौके गिना सकता हूं, जब आपके मंत्री आतंकियों के साथ मंच पर बैठे नजर आए। 30 सितंबर 2018 को भी पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्री आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद के साथ मंच पर साथ बैठे नजर आए थे।’
रवीश ने कहा, ‘एक बार फिर दिसंबर 2018 के एक प्रोग्राम में पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेरयार अफरीदी ने हाफिज सईज से मुलाकात की थी। खबर थी कि दोनों मंच पर भी साथ बैठे थे।’
तीखे स्वर में बात करते हुए रवीश ने कहा, पाकिस्तान अगर शांति वार्ता चाहता है, तो वो 2008 मुंबई हमला और 2016 पठानकोट सीमा पर आतंकी हमले के मुख्य आरोपी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा? पाक क्यों आतंकियों को अपनी जमीन पर पलने दे रहा है?
प्रवक्ता ने कहा, ‘यह सबकुछ ये साबित करता है कि आतंकियों को लगातार पाकिस्तान से सपोर्ट मिल रहा है। जमात-उद-दावा खुलेआम पाक अधिकृत कश्मीर में अपने पैर जमा रहा है।’
इससे पहले 8 जनवरी को इमरान खान ने आरोप लगाते हुए कहा था कि भारत सरकार ने उनके किसी भी शांति प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा था, दो परमाणु सम्पन्न देशों के बीच कोई भी युद्ध आत्मघाती हो सकता है। शांति के लिए द्विपक्षीय वार्ता ही एकमात्र सही रास्ता है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story