ट्रम्प ने कहा- महान देशों को अंतहीन युद्ध नहीं लड़ना चाहिए
वॉशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को स्टेट ऑफ द यूनियन स्पीच में कहा कि महान देशों को अंतहीन युद्ध नहीं लड़ना चाहिए। इससे साफ होता है कि वह सीरिया और अफगानिस्तान में जंग जारी रखने के पक्ष में नहीं हैं। ट्रम्प ने हाल ही में सीरिया से अमेरिकी सेनाएं वापस बुलाने की घोषणा की थी। ट्रम्प प्रशासन अफगानिस्तान में तालिबान से चर्चा करने की इच्छा जताई है।
ट्रम्प ने कहा कि हमें बदले की राजनीति औरप्रतिरोध करना बंद करना होगा। हमें सीमा से पार जाकर अच्छे काम, सहयोग और समझौते करने होंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमें ऐसे आव्रजन नियम बनाने होंगे, जिनसे अमेरिकियों की सुरक्षा के साथ उन्हें नौकरियां मिल सकें। ट्रम्प ने अमीर राजनेताओं और दानदाताओं की आलोचना करते हुए कहा कि वे सीमाओं को खुला रखने की बात करते हैं, जबकि उनकी खुद की जिंदगी दीवारों, दरवाजों और गार्ड्स से घिरी रहती है।
ट्रम्प के मुताबिक- अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस को दुनिया को यह दिखाना चाहिए कि अमेरिका अवैध रूप से आने वाले लोगों, मानव तस्करी और ड्रग्स का धंधा करने वालों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग अमेरिका आएं। लेकिन बेहतर होगा कि उनका यहां आने का तरीका वैध हो।
अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक, “बीते वक्त में ज्यादा लोगों ने इस हॉल (कांग्रेस) में सीमा पर दीवार बनाए जाने के लिए वोट किया था लेकिन दीवार बनाई नहीं जा सकी। अब हम इस दीवार को बनाएंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि बीते कई दशकों से सरकार की नीतियों के वजह से देश को व्यापार के क्षेत्र में काफी नुकसान उठाना पड़ा। देश को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए हम इन नीतियों को पलट देंगे। ट्रम्प ने पिछले साल जून में 50 बिलियन डॉलर कीमत के चीनी सामानों पर 25% शुल्क लगाने की घोषणा की थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति हर साल जनवरी में स्टेट ऑफ द यूनियन स्पीच देते हैं। इस दौरान कांग्रेस के दोनों सदनों (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट) के सांसद मौजूद रहते हैं। एक तरह से स्पीच में राष्ट्रपति की आर्थिक समेत राष्ट्रीय नीतियों का समावेश होता है। इस बार शटडाउन के चलते हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की स्पीकर नेंसी पेलोसी ने शटाडाउन खत्म होने के बाद स्टेट ऑफ द यूनियन स्पीच देने की बात कही थी।
ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका ने 250 बिलियन डॉलर के चीनी सामान पर टैरिफ लगाया है। इससे देश के खजाने में इजाफा हुआ। हमारा फायदा उठाने के लिए मैं चीन पर आरोप नहीं लगाना चाहता। ये हमारे ही नेताओं की गलती है कि उन्होंने चीन को ऐसा करने दिया।
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Source: bhaskar international story