आईबीएम की 108 साल में सबसे बड़ी डील, सॉफ्टवेयर फर्म रेड हैट को 2.34 लाख करोड़ में खरीदा
वॉशिंगटन. आईटी कंपनी आईबीएम 34 अरब डॉलर (2.34 लाख करोड़ रुपए) में सॉफ्टवेयर कंपनी रेड हैट को खरीद लिया है। दोनों अमेरिका की कंपनियां हैं। आईबीएम ने मंगलवार को बताया कि उसने रेड हैट काअधिग्रहण पूरा कर लिया है। इससे कंपनी का क्लाउड कंप्यूटिंग बिजनेस बढ़ेगा।न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक आईबीएम के 108 साल के इतिहास में यह उसका सबसे बड़ा अधिग्रहण है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में यह दुनिया का तीसरा बड़ा अधिग्रहण है। इससे पहले 2016 में डेल ने 67 अरब डॉलर में ईएमसी डेटा स्टोरेज को खरीदा था। 2015 में 37 अरब डॉलर की डील के तहत अवेगो टेक्नोलॉजीज का ब्रॉडकॉम में मर्जर हुआ था।
रेड हैटकी डील के लिए आईबीएम को मई में अमेरिकी रेग्युलेटर्स और जून में यूरोपियन यूनियन के रेग्युलेटर्स से मंजूरी मिल गई। 1993 में स्थापित रेड हैट लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम्स की विशेषज्ञ है। यह सबसे ज्यादा प्रचलित ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर है और माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर का विकल्प है।
आईबीएम की सीईओ गिन्नी रोमेटी ने कंपनी को ट्रेडिशनल हार्डवेयर प्रोडक्ट की बजाय तेजी से बढ़ते क्लाउड, सॉफ्टवेयर और सर्विसेज सेगमेंट में आगे ले जाने पर फोकस किया है। वे 2012 में सीईओ बनीथीं। हालांकि, आईबीएम का नए क्षेत्रों में फोकस करना हर बार निवेशकों को आकर्षित नहीं कर पाया। कंप्यूटर हार्डवेयर बिजनेस से ट्रांजिशन के दौरान कई साल तक कंपनी के रेवेन्यू में भी गिरावट आई थी।
हालांकि, 2013 की तुलना में आईबीएम के कुल रेवेन्यू में क्लाउड रेवेन्यू की हिस्सेदारी अब 25 गुना बढ़ चुकी है। इस साल की जनवरी-मार्च तिमाही के आखिर तक क्लाउड रेवेन्यू 19 अरब डॉलर के ऊपर पहुंच गया।
रेड हैट के सीईओ जिम वाइटहर्स्ट और उनकी टीम आईबीएममें बनेरहेंगे। जिम आईबीएम के सीनियर मैनेजमेंट में शामिल होंगे और गिन्नी रोमेटी को रिपोर्ट करेंगे। आईबीएम रेड हैट का मुख्यालय नॉर्थ कैरोलिना के राले में ही बनाए रखेगी।
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Source: bhaskar international story