ट्रम्प और किम की दूसरी मुलाकात जल्द, अमेरिका-उत्तर कोरिया ने रजामंदी जताई
प्योंगयांग. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग-उन की दूसरी मुलाकात जल्द हो सकती है। हालांकि, तारीख का ऐलान अभी नहीं किया गया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने रविवार को किम से उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में मुलाकात की। पोम्पियो ने बातचीत कोउत्साहवर्धक बताया। ट्रम्प और किम की पहली ऐतिहासिक मुलाकात इसी साल 12 जून को सिंगापुर में हुई थी। इसमें किम ने अपना परमाणु कार्यक्रम खत्म करने की बात कही थी। ट्रम्प-किम की मुलाकात करवाने में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन अहम भूमिका निभाई थी।
पोम्पियो ने उत्तर कोरिया की खातिरदारी का शुक्रिया जताया। उन्होंने ट्वीट में कहा- उत्तर कोरिया का मेरा दौरा और वहां के शासक किम जोंग-उन से मेरी मुलाकात शानदार रही। सिंगापुर वार्ता में हुए समझौतों पर दोनों देश आगे बढ़ रहे हैं।
Had a good trip to #Pyongyang to meet with Chairman Kim. We continue to make progress on agreements made at Singapore Summit. Thanks for hosting me and my team @StateDept pic.twitter.com/mufyOKkDLw
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) October 7, 2018
प्योंगयांग में पोम्पियो और किम के बीच करीब दो घंटे मुलाकात हुई। दोनों ने साथ में लंच भी किया। पोम्पियो ने कहा कि उत्तर कोरिया के शासक ने अमेरिका के साथ दूसरी मीटिंग जल्द होने पर रजामंदी जताई।
.@SecPompeo meets Chairman Kim Jong Un in #Pyongyang on October 7, 2018. pic.twitter.com/Skx6VPYmdB
— Department of State (@StateDept) October 7, 2018
बयान में कहा गया कि पोम्पियो और किम के बीच परमाणु हथियार खत्म करने को लेकर चर्चा हुई। दोनों देशों ने अापस के बीच जानकारी साझा करने पर भी सहमति बनी। पोम्पियो की उत्तर कोरिया की यह चौथी यात्रा थी।
12 जून को ट्रम्प-किम की सिंगापुर में पहली ऐतिहासिक मुलाकात की काफी आलोचना भी हुई थी। विशेषज्ञों ने कहा था कि किम जोंग उन ने अमेरिका से कोरियाई प्रायद्वीप से परमाणु हथियार खत्म करने का अस्पष्ट सा वादा किया था।
ट्रम्प-किम की मुलाकात के बाद भी अमेरिका उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाए हुए है। ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि उत्तर कोरिया के पूरी तरह से परमाणु हथियारों के खात्मे के बादही बात बनेगी।
उधर, पिछले महीने उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र में बयान दिया था कि जब तक अमेरिका उनके देश पर प्रतिबंध लगाए रहेगा, तब तक पूरी तरह से परमाणु हथियारों के खात्मे का सवाल ही नहीं उठता।
जुलाई में उत्तर कोरिया की यात्रा पर गए पोम्पियो ने कहा था कि कभी दुश्मन रहे दोनों देश अहम मुद्दों पर साथ में आगे बढ़ रहे है। लेकिन प्योंगयांग से रवाना होने के चंद घंटों बाद ही पोम्पियो ने कहा कि वह (उत्तर कोरिया) हमसे गैंगस्टर की तरह मांगें रख रहा है।
वहीं, पोम्पियो के एक अन्य उत्तर कोरिया दौरे को ट्रम्प ने यह कहकर रद्द कर दिया कि जब सिंगापुर समझौते में कोई खास प्रगति नहीं हुई तो अमेरिकी अफसर के वहां जाने का कोई मतलब नहीं।
पोम्पियो-किम की मुलाकात पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजर थी। उम्मीद है कि ट्रम्प और किम की दूसरी मुलाकात परमाणु निरस्त्रीकरण और शांति की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी।
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Source: bhaskar international story