भारत की एयरलाइन्स और 9 अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियां ईरानी एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं करेंगी
नई दिल्ली. ईरान द्वारा अमेरिका का सर्विलांस ड्रोन मार गिराने के बाद से दोनों देशों के बीच विवाद जारी है। इसी के चलते भारतीयएयरलाइन्स और 9 अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने ईरान के प्रभावित हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल न करने का फैसला किया है। उधर, ईरान ने अमेरिका को शनिवार को फिर चेतावनी दी। ईरानी सेना ने कहा कि हम पर दागी गई एक भी गोली अमेरिका और उसके सहयोगी देशों पर भारी पड़ेगी।
डीजीसीए ने कहा कि भारतीय एयरलाइन्स ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ईरान के प्रभावित हवाई क्षेत्र को इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया है। इसके अलावा यूनाइटेड एयरलाइन्स, लुफ्थांसा, कैथे पेसिफिक, फ्लाय दुबई, केएलएम, एतिहाद, कंटास और सिंगापुर एयलाइन्स ने भी ईरानी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल न करने का फैसला किया है।
एफएए ने दी थी चेतावनी
इससे पहले शुक्रवार को द फेडरल एविएशन ऐडमिनिस्ट्रेशन ने नोटिस जारी कर अमेरिकी नागरिक विमानों को तेहरान हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल न करने को कहा। एफएए ने चेतावनी दी थी कि ऐसी संभावना है कि नागरिक उड़ानों को गलती से ईरानी हवाई क्षेत्र में निशाना बनाया जा सकता है।
अमेरिका की हर धमकी का जवाब देंगे- ईरान
ईरान की सेना के प्रवक्ता अबोलफजल ने कहा कि ईरान पर हुए किसी भी हमले के अमेरिकी हितों के लिए गंभीर परिणाम होंगे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा कि हम ईरान की सीमा के खिलाफ कोई भी उल्लंघन नहीं होने देंगे। ईरान अमेरिका द्वारा किसी भी आक्रामकता का दृढ़ता से सामना करेगा।
ईरान नेअमेरिका का1260 करोड़ रुपए का ड्रोन गिराया
गुरुवार को ईरान ने अमेरिका का जासूसी ड्रोन मार गिराया था। ईरान ने इसकी तस्वीरें भी जारी की थीं। उसका कहना था कि यह उसके क्षेत्र में उड़ रहा था। इसे गिराने से पहले दो बार वॉर्निंग भी दी गई थी। हालांकि, अमेरिका का कहना है कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में हुआ।
ईरान में 150 लोग मारे जाते, इसलिए 10 मिनट पहले स्ट्राइक रोक दी: ट्रम्प
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा था कि उन्होंने ईरान पर सैन्य कार्रवाई के आदेश को इसलिए वापस ले लिया, क्योंकि कार्रवाई में ईरान में बड़ी संख्या में लोग मारे जाते। ट्रम्प ने ट्वीट किया था कि हम ईरान को जवाब देने के लिए कल रात पूरी तरह तैयार थे। 3 जगहों की पहचान भी कर ली थी। पर जब मैंने अधिकारियों से पूछा इन हमलों में कितने लोग मारे जाएंगे। एक जनरल ने बताया कि सर 150 लोग। फिर मैंने एयर स्ट्राइक को 10 मिनट पहले रोक दिया। यह जवाब देने का सही तरीका नहीं होता।
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Source: bhaskar international story